वरिष्ठता में चौथे स्थान पर, फिर भी बने सबसे पहली पसंद
डॉ. यादव वरिष्ठता में चौथे स्थान पर हैं। सीनियोरिटी में उनसे उपर ओपी गल्होत्रा, एनआरके रेड्डी व आलोक त्रिपाठी का नाम था। लेकिन फिर भी चौथे स्थान के यादव के नाम पर मुहर लग गई।
डॉ. यादव वरिष्ठता में चौथे स्थान पर हैं। सीनियोरिटी में उनसे उपर ओपी गल्होत्रा, एनआरके रेड्डी व आलोक त्रिपाठी का नाम था। लेकिन फिर भी चौथे स्थान के यादव के नाम पर मुहर लग गई।
राज्य सरकार को संघ लोक सेवा आयोग का पैनल अभी नहीं मिला है, हालांकि वे पैनल में शामिल होने की पात्रता पूरी करते हैं। उनको पहले से ही इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, क्योंकि वे मौजूदा सरकार के पसंदीदा अधिकारियों में रहे हैं।
ये है डॉ भूपेंद्र यादव का प्रोफ़ाइल
– पुलिस सेवा से पहले एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर चुके हैं यादव
– फिर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बने
– डॉ. भूपेन्द्र यादव की पहली पोस्टिंग 1988 में सहायक पुलिस अधीक्षक कोटा के रूप में रही
– वे चार जिलों में एसपी रहे हैं
– भरतपुर रेंज आइजी की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी भी दी गई
– एसपी के रूप में चार साल सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर भी रहे
– उनका सबसे लम्बा कार्यकाल राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक के रूप में रहा। वे 31 अक्टूबर 2007 से 6 मार्च 2013 तक निदेशक रहे।
– आरपीए निदेशक कार्यकाल के दौरान उन्होंने अकादमी में सराहनीय सुधार किए।
– वे सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर भी रहे
– सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें वर्ष 2002 में पुलिस मैडल मिला
– वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पुलिस मैडल से किया गया सम्मानित
– जुलाई 2018 में हुए महानिदेशक कैडर में शामिल
– उनकी पहचान ईमानदार व कर्मठ अधिकारी के रूप में है
– पुलिस सेवा से पहले एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर चुके हैं यादव
– फिर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बने
– डॉ. भूपेन्द्र यादव की पहली पोस्टिंग 1988 में सहायक पुलिस अधीक्षक कोटा के रूप में रही
– वे चार जिलों में एसपी रहे हैं
– भरतपुर रेंज आइजी की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी भी दी गई
– एसपी के रूप में चार साल सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर भी रहे
– उनका सबसे लम्बा कार्यकाल राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक के रूप में रहा। वे 31 अक्टूबर 2007 से 6 मार्च 2013 तक निदेशक रहे।
– आरपीए निदेशक कार्यकाल के दौरान उन्होंने अकादमी में सराहनीय सुधार किए।
– वे सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर भी रहे
– सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें वर्ष 2002 में पुलिस मैडल मिला
– वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पुलिस मैडल से किया गया सम्मानित
– जुलाई 2018 में हुए महानिदेशक कैडर में शामिल
– उनकी पहचान ईमानदार व कर्मठ अधिकारी के रूप में है
यूपीएससी से नहीं आया पैनल
नए पुलिस महानिदेशक का चयन करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से तीन अधिकारियों का पैनल शनिवार को भी नहीं आया। ऐसे में नए मुखिया की घोषणा देर रात शनिवार को कर दी गई। वर्तमान पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग रविवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में रविवार शाम को कपिल गर्ग की विदाई का कार्यक्रम भी है।
नए पुलिस महानिदेशक का चयन करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से तीन अधिकारियों का पैनल शनिवार को भी नहीं आया। ऐसे में नए मुखिया की घोषणा देर रात शनिवार को कर दी गई। वर्तमान पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग रविवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में रविवार शाम को कपिल गर्ग की विदाई का कार्यक्रम भी है।
दरअसल, वर्तमान में डीजी कैडर में छह अधिकारी हैं। इनमें से पुलिस मुख्यालय के अधीन तीन अधिकारी डॉ भूपेन्द्र यादव के अलावा राजीव दासोत व एम एल लाठर कार्यरत हैं। डीजी एटीएस भूपेेन्द्र यादव इनमें सबसे वरिष्ठ हैं। ऐसे में उन्हें डीजीपी बनाये जाने को लेकर पहले ही संभावनाएं बनी हुई थीं। उनसे वरिष्ठ अधिकारी डीजी ओपी गल्होत्रा होमगार्ड, एनआरके रेड्डी जेल व आलोक त्रिपाठी एसीबी महकमे में तैनात हैं।
नए पुलिस महानिदेशक की घोषणा से पहले नए पुलिस महानिदेशक बनने को लेकर आइपीएस अधिकारी आलोक त्रिपाठी और भूपेन्द्र यादव का नाम सबसे आगे चल रहा था। ऐसे में दोनों ही अधिकारियों को अग्रिम बधाइयां मिल रही थी। भूपेन्द्र यादव को शनिवार दोपहर बाद से ही अधिकारियों के वाट्स-एप ग्रुप पर ही बधाइयां मिलने लगी थी।