इस शहर में पार्षदों को कुर्सी की फिक्र ज्यादा
जयपुरPublished: Jan 16, 2019 08:57:05 am
शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण इस बार गति पकड़ ही नहीं पा रहा है।
इस शहर में पार्षदों को कुर्सी की फिक्र ज्यादा
जयपुर। शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण इस बार गति पकड़ ही नहीं पा रहा है। सर्वेक्षण से जुड़े अधिकारी सिर्फ बैठकों तक सीमित हैं। निगम की टीम एक-दो बार शहर में निकली लेकिन समझाइश कर लौट गई। अब कार्यवाहक महापौर से लेकर पार्षदों तक का ध्यान स्वच्छता सर्वेक्षण पर कम ही नजर आ रहा है। सर्वेक्षण की क मान अधिकारियों के हाथों में है।
इसलिए पिछड़ा काम
पहले विधानसभा चुनाव थे।
नई सरकार के बाद अधिकारियों को तबादलों की चिंता सताने लगी और पार्षदों को कुर्सी की।
24 दिसम्बर को उप महापौर महापौर का चार्ज सौंपा गया।
अब महापौर पद के उपचुनाव का ऐलान हो चुका है।
जता रहे दावेदारी
महापौर पद के लिए एक दर्जन पार्षद दावेदारी जता रहे हैं। कई पार्षद उप महापौर पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में स्वच्छता पर ध्यान कम ही है। वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण के नोडल अधिकारी विनोद पुरोहित लगातार बैठकों में व्यस्त हैं। जिनके परिणाम भी नहीं आए हैं।
प्रीति ब्रांड एम्बेसडर
स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एंकर प्रीति सक्सेना को निगम ने ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। महापौर मनोज भारद्वाज ने उन्हें प्रमाण पत्र दिया।