सांगानेर सदर थाना पुलिस के अनुसार 13 में से 6 ने बांग्लादेश से आने की बात स्वीकार की और बाकी 7 ने देश के अन्य राज्यों के होने की बात कही। बांग्लादेश इनके पतों की जांच करने के लिए 2018 में दो बार पुलिस गई और सभी के पते सही पाए गए। वहीं शेष सात लोगों को पुलिस ने संदिग्ध बांग्लादेशी माना। शहर में हुई वारदातों में बांग्लादेशियों का हाथ है।
पत्रिका की टीम बक्सावाला की जेडीए की कॉलोनी में पहुंची, पूछताछ की तो एक व्यक्ति ने कहा कि जब हमारे पास जयपुर के पहचान पत्र हैं तो हम बांग्लादेश के कैसे हो गए? 2018 में इन्हीं में से एक व्यक्ति का परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया था।
आपको बता दें यहां रहने वाले अधिक तर लोग प्रताप नगर, सांगानेर में जाकर कचरा बीनते हैं। इन लोगों ने वाहन तक खरीद रखे हैं। जांच अधिकारी हैड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इन लोगों की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है।