पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आइआरएस श्रीराम मीणा हत्याकांड के बाद आरोपी कमल यहीं था। जबकि सुनील उसके भी भाग जाने की जानकारी बता रहा है। आरोपी कमल से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की थी। पुलिस ने उसको जाने दिया, तब कमल ने हत्याकांड की जांच कर रहे तत्कालीन दो पुलिस अधिकारियों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगा ट्रेन के आगे कूद आत्महत्या कर ली थी। दोनों अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले में बाद में एफआर लग गई थी। कमल मीणा भाग गया था तो फिर यहां कैसे मिला? आरोपी कुछ तो छिपा रहा है। हालांकि अभी उससे पूछताछ की जा रही है। उधर, पुलिस विभाग में काम करने वाले सुनील के पिता ने बेटे के नहीं मिलने पर करणी विहार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। जयपुर कमिश्नरेट के कमांडो रतन की सूचना पर आरोपी सुनील को बीटू बायपास के पास से पकड़ा गया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह फरारी के दौरान कई बार जयपुर आता जाता रहा है। हालांकि सवाईमाधोपुर में अपने रिश्तेदारों के पास छिपकर रह रहा था। Read More : छह साल बाद खुलेगा जयपुर का हाईप्रोफाइल मर्डर केस, आईआरएस मीणा की हत्या का आरोपी गिरफ्तार