मोहर्रम के 40 वें के मौके पर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में यह आयोजन हुआ। मोहल्ला पन्नीगरान में स्थित कौमी इमाम बाड़े में सुबह 9 बजे से मजलिस का आगाज हुआ। इसके बाद शहर के विभिन्न रास्तों से होता हुआ जुलूस रामगढ़ स्थित कर्बला के लिए देर शाम पहुंचा। इस दौरान सुभाष चौक, चार दरवाजा, रामगढ़ मोड़ और आमेर रोड सहित कर्बला तक अकीदतमंदों की ओर से जंजीरी मातम किया गया। युवाओं और बुजुर्गों ने इमाम हुसैन और इमाम हसन की शहादत को याद कर जंजीरी मातम कर अपने कर्बला में न होने का अफसोस जताया। जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम बिरादरी के लोग मौजूद रहे। इस दौरान पुलिस और सीएलजी मेंबर्स ने सुरक्षा व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम को संभाले रखा।