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खूबसूरती में दुनिया की टॉप 10 में, फिर भी जेल में काटे 5 महीने, जाने गायत्री देवी की ‘अनजानी’ बातें

locationजयपुरPublished: May 27, 2019 12:13:22 pm

Submitted by:

abdul bari

गायत्री देवी शताब्दी वर्ष 1919 – 2019 पर खास
 

जयपुर.

महिलाओं को आगे बढ़ाने और आधुनिक जयपुर बसाने के लिए महाराजा सवाई मानसिंह शादी कर गायत्री देवी को जयपुर लाए थे। यह बात गायत्री देवी ने फिल्म अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल को एक साक्षात्कार में कही थी। गायत्री देवी की सौवीं जयंती पर महारानी गायत्री देवी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रविवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में वह दुर्लभ साक्षात्कार दिखाया गया। इसमें सिमी ने पूछा था कि वह पश्चिमी संस्कृति में पली-बढ़ीं, अक्सर लंदन जाया करतीं और जयपुर महाराजा से शादी की। तब जयपुर में पर्दा प्रथा थी। इस पर गायत्री देवी ने जवाब दिया था कि महाराजा ने कूच बिहार में शादी के लिए मां से उनका हाथ मांगा था। कहा था कि उन्हें ऐसे साथी की जरूरत है, जो जयपुर को आगे बढ़ाए। महिलाओं को सशक्त करे। साक्षात्कार में गायत्रीदेवी ने बताया कि शादी के बाद वह पर्दा नहीं करती थीं। इस कारण आधिकारिक कार्यक्रमों में नहीं जाती थीं। सवाई मान सिंह महाराज की पदवी पर बैठे तब जाना शुरू किया। पर्दा प्रथा तोडऩे व लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए बालिकाओं का स्कूल खुलवाया। तब उन्होंने सवाई मानसिंह से कहा भी था कि मुझे 10 साल दीजिए, यहां पर्दा प्रथा टूटेगी। स्कूल में राजपूत समाज की अधिकांश लड़कियां पढऩे आने लगीं।
सादगी से हर कोई था प्रभावित

फिल्म अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल ने बताया कि छह साल की उम्र में पहली बार गायत्रीदेवी से लंदन में मिली थीं। उनकी खूबसूरती देखकर दंग रह गईं और तब से ही वह मेरी रोल मॉडल बन गईं। वह इन्टरव्यू जब भी देखती हूं, भावुक हो जाती हूं। सादगी भरा उनका व्यक्तित्व हर किसी को आकर्षित करता था। वह दुनिया की 10 सबसे सुन्दर महिलाओं में शामिल थीं।

जेल में रही थीं 5 महीने
इमरजेंसी के दौरान गायत्रीदेवी 5 महीने तक तिहाड़ जेल में रही थीं। साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि इमरजेंसी के दौरान विपक्ष के सभी लोग जेल जा रहे थे। उस दौरान वह दिल्ली में संसद गईं। वहां देखा कि विपक्ष की सीट खाली है। वहां मौजूद सभी लोग उनकी तरफ देखने लगे। इतने में कुछ पुलिस अफसर आए। वे पुलिस अफसर उनके लिए गिरफ्तारी वॉरंट लाए थे। कुछ समय बाद बब्लस (ब्रिगेडिर भवानी सिंह) को भी पकड़ लिया। दोनों एकसाथ जेल गए। तिहाड़ जेल, महिला जेल नहीं थी। वहां महिलाओं को केवल ट्रायल के दौरान ही रखा जाता था। वहां महिलाओ के लिए शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। वहां ग्वालियर की राजमाता विजयाराजे सिंधिया से मुलाकात हुई। उनकी मदद से जेल में महिलाओं के लिए शौचालय बनवाए।
भारती सिंह को पहला अवॉर्ड
महारानी गायत्रीदेवी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से पहली बार महारानी गायत्री देवी अवॉर्ड भारती सिंह चौहान को दिया गया। भारती गरीब लड़कियों-महिलाओं के लिए लम्बे समय से काम कर रही हैं। उन्हें ग्लोबल गुडविल एम्बेस्डर द्वारा शुरू किए गए इंटरनेशनल गर्ल राइजिंग कैम्पेन का राजदूत भी घोषित किया गया।

ऐतिहासिक जयपुर को बचाए रखना हम सभी का जिम्मा
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि ऐतिहासिक जयपुर अब आधुनिकता की सीढ़ी चढ़ रहा है। इसका ऐतिहासिक महत्त्व कम नहीं होना चाहिए। जोधपुर पूर्व राजघराने के सदस्य गजसिंह ने कहा कि चारदीवारी को सुरक्षित, अतिक्रमण मुक्त करने की जरूरत है। कोटा पूर्व राजघराने के सदस्य बृजराज सिंह ने भी विचार रखे। इससे पहले गजसिंह व बृजराज सिंह सहित भरतपुर पूर्व राजघराने की दिव्या सिंह, बीकानेर पूर्व राजघराने की राज्यश्री कुमारी, हथुआ पूर्व राजपरिवार के बहादुर मृगेन्द्र सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन किया। देवराज सिंह और लालित्या कुमारी ने सभी का स्वागत किया। करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी, संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा सहित अन्य लोग भी कार्यक्रम में पहुंचे।

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