आवासीय योजना सृजित करने के नाम पर सैकड़ों बीघा जमीन अवाप्त करने वाले जेडीए के फैसले के विरोध ने नया मोड़ ले लिया है। (सभी फोटो - संजय कुमावत)
नींदड़ आवासीय योजना के लिए जमीन अवाप्ति का विरोध कर रहे किसान-काश्तकारों ने बड़ा फैसला लेते हुए सोमवार को जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू कर दिया।
सरकार और जेडीए ने नहीं सुनी तो खुद को (गर्दन तक) जमीन के भीतर गाड़ दिया। ऐसे २२ किसान-काश्तकार ने एक साथ जमीन में खोदे गड्ढों में उतर गए।
इस दौरान सभी ने दिनभर के लिए भोजन त्याग दिया। कंठ सूखे तो दूसरे लोग आगे आए और पानी पिलाया।
यह नजारा देख आस-पास के इलाके के लोगों को भी एकबारगी सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ गया और प्रदर्शन शुरू कर दिया।