खबर चौंकाने वाली है। इन दिनों से पेट्रोल में पेट्रोल में 5 प्रतिशत के बजाय पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाया जा रहा है । इससे वाहनों में जरा भी पानी जाने से समस्या आ रही है। राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में पम्प संचालकों के सामने शिकायतें आना शुरू हो गई है।
पेट्रोल भरवाने के बाद वाहनों के बंद होने का सिससिला शुरू पेट्रोल भरवाने के बाद वाहनों के बंद होने का सिससिला शुरू हो रहा है। पेट्रोल पंप पर आए दिन विवाद के मामले बढ़ते जा रहे हैं। नतीजन जयपुर सहित कई जिलों में हर रोज सैकड़ों वाहन चालक इस समस्या से रूबरू हो रहे हैं। इतना ही नहीं शिकायतों से परेशान होकर खुद तेल कंपनियों ने हर पेट्रोल पंप पर अपने पोस्टर लगाकर ग्राहकों से सावधानी रखने की अपील की है। पेट्रोल में इथेनॉल मिक्स करने का नवाचार राजस्थान में आम लोगों पर भारी पड़ता जा रहा है।
इधर एक्सपर्ट बता रहे हैं कि मानसून में यह समस्या अमूमन सामने आने लगेगी। ऐसे मेें बेहतर हैं कि मानूसन से पहले और समय-समय पर वाहन चालक गाडियों की टंकियों की सफाई कराएं। आखिर क्या है इथेनॉल, क्यों दे रहा परेशानी
तेल कंपनियों ने पेट्रोल में 5 की जगह 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाना शुरू किया है। ये पानी में घुलनशील है। फ्यूल टैंकों में थोड़ा भी पानी जाने से इथेनॉल परत की तरह जम की वाहन को खराब कर रहा है। वाहन चालक शोरूम के साथ गैरेज पर वाहन सुधरवाने पहुंच रहे हैं। लेकिन मानसून में इससे और समस्या खड़ी होने की संभावना जताई जा रही है।
पेट्रोल पंप एसोसिएशन अध्यक्ष सुनीत बगई का कहना है कि पेट्रोल में दस फीसदी इथेनॉल की मात्रा से परेशानी आ रही है। वाहन की पेट्रोल टंकी में थोड़ा-सा भी पानी चला जाए या गाड़ी धोने के दौरान पानी आ जाए तो यह पानी बन जाता है। गाड़ी स्टार्ट नहीं होती है। इसके बाद फ्यूल टैंक साफ करवाना जरूरी है नहीं तो गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी। इससे बचने के लिए ग्राहक सतर्क रहें और समय-समय पर वाहन का पेट्रोल टैंक साफ करवाते रहे ताकि दिक्कत ना हो।