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बाजरे की खीचड़ी, चूरमे और अन्य गर्म पकवानों का लगेगा ठाकुर जी को भोग

locationजयपुरPublished: Dec 17, 2018 09:53:36 pm

Submitted by:

Harshit Jain

www.patrika.com

जयपुर. छोटाकाशी के विभिन्न मंदिरों में मार्गशीर्षशुक्ल पक्ष द्वादशी गुरुवार को भक्तिभाव के साथ व्यंजन द्वादशी मनाई जाएगी। तेज ठंड के मौसम के अनुरूप बाजरे की खीचड़े, चूरमे, तिल, मंूगफली, गोंद के लड्डू सहित अन्य गर्म पकवानों का भोग लगाया जाएगा। वहीं अधिक ठंड होने के साथ ही ठाकुर जी को शयन के समय गुलीबंद, रजाई और कंबल ओढ़ाया जाएगा और 56 भोगों की विशेष झांकी और फूलों की सजाई जाएगी। शहर आराध्य गोविंददेवजी, सरस निकुंज, मुरली मनोहर, राधा-दामोदर, आनंद कृष्ण बिहारी, लक्ष्मीनारायण बाईजी, लाड़लीजी, गीता गायत्री मंदिर सहित अन्य मंदिरों में मनाई जाएगी। इस मौके पर ठाकुरजी को कच्चे पक्के शारदीय व्यंजनों के साथ मेवा मिश्रित पकवानों का भोग लगाया जाएगा। इसमें गजक, रेवड़ी, तिलपट्टी, गर्म दूध और बाजरे का चूरमा प्रमुख होंगे। ठाकुरजी को मखमली गर्म कपड़े धारण करवाए जाएंगे। व्यंजन द्वादशी से ठाकुरजी के गर्भगृह को हीटर से गर्म रखा जाएगा।
चांदी की थाली और कटोरी में भोग
गोविंददेवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर जी को विशेष सुनहरे पारचे की पोशाक धारण करवाई जाएगी। विशेष व्यंजन द्वादशी झांकी के दर्शन दोपहर 12 से 1 बजे तक होंगे। वहीं पारंपरिक चांदी की थाली और कटोरी में कच्चा भोग, दाल और खीर का भोग लगाया जाएगा। इस दिन सुबह की राजभोग झांकी के दर्शन नहीं हो सकेंगे। बाकी झांकियों का समय यथावत रहेगा। श्रद्धालुओं को उत्सव प्रसाद लड्डू शुक्रवार को भंडार से दिया जाएगा। इस बार व्यंजन द्वादशी पर श्रद्धालुओं से हरी सब्जी और अन्य सूखी सामग्री स्वीकार नहीं की जाएगी।
की जाएगी मनुहार
खासतौर पर भगवान को गर्म पकवानों में बाजरे के खीचड़े का मनुहार कर भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही मूंग, चवला, मीठे-नमकीन चावल, कढ़ी, गट्टे की सब्जी, नमकीन आदि का भोग लगाया जाएगा। वहीं ठाकुर जी को नवीन सलिल की पोशाक धारण कराई जाएगी।

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