पीडि़त ने पुलिस को बताया कि 12 दिसंबर की दोपहर में वह कार्यालय में बैठा था। तभी एक व्यक्ति का मोबाइल पर फोन आया। उसने खुद को एसबीआइ बैंक का अधिकारी बताया और कहा कि आपके क्रेडिक कार्ड की सीमा बढ़ाई जा सकती है। इस तरह से शातिर पीड़ित से क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी पूछने लगा। उसने सीमा बढ़ाने की बात करके पूरा विवरण लिया। बातचीत के दौरान पीडि़त के मोबाइल पर आए ओटीपी नंबर भी पूछ लिए।
बाद में मोबाइल फोन पर एक लाख सात हजार रुपए निकाले जाने का मैसेज आया। इस पर पीड़ित ने बैंक में रुपए निकलने की पड़ताल की तो पीडि़त को ठगी का पता चला। मामले में पुलिस मोबाइल फोन नंबर और लेनदेन का विवरण खंगालकर जांच कर रही है।