बाड़मेर: ऋण मिलना जरूरी
कांफ्रेंस में सबसे पहले बाड़मेर कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बजट की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि बाड़मेर में जो लक्ष्य है, उसके अनुपात में बहुत कम ऋण वितरण हुआ है। यहां कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। अगले सप्ताह मुख्यमंत्री का कार्यक्रम बन सकता है। ऐसे में किसानों का ऋण मिलना जरूरी है। सरकार जल्द इसके लिए बजट उपलब्ध कराए।
जयपुर कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि सबसे अधिक किसान जयपुर जिले में हैं। यहां 6 सौ करोड़ रुपए का लक्ष्य था। इसमें से 232 करोड़ रुपए का ही लोन वितरित हुआ है।
कोटा कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि जिले में चालीस करोड़ के ऋण वितरण करने हैं। इसके अलावा गंगाानगर, भीलवाड़ा व अन्य जिलों के कलक्टर ने भी जिले में ऋण वितरण के लिए तत्काल बजट की मांग की है। गंगानगर में भी किसानों के आक्रोशित होने की जानकारी दी गई।
सरकार के पास तत्काल सहायता के लिए अब एक ही विकल्प रहा है। पूर्व की तरह ही अपेक्स बैंक एनसीडीसी (नेशनल को-ऑपरेटिव डवलपमेंट कॉर्पोरेशन) से लोन ले सकती है। अपेक्स बैंक व सहकारी विभाग ने यह प्रस्ताव पूर्व में ही तैयार कर लिया था। हालांकि इसके लिए सरकार की गारंटी जरूरी है। एनसीडीसी सरकार की गारंटी के बिना कर्ज नहीं देती। गारंटी के अभाव में यह प्रस्ताव वित्त विभाग में ही अटका हुआ है। इसी लिए वीडियो कांफ्रेंस के तत्काल बाद सहकारिता सचिव सीधे निरंजन आर्य के पास पहुंचे थे। पूर्व सरकार ने भी इसी तरह एनसीडीसी से लोन लेकर किसानों को लोन वितरित किए थे।