होटलों में पहुंच रहे टूरिस्ट को न केवल राजस्थानी थाली में मोटे अनाज के व्यंजन परोसे जा रहे है, बल्कि मोटे अनाज के फायदे भी बताए जा रहे है। इससे पर्यटक मोटे अनाज के व्यंजनों के प्रति आकर्षित हो रहा है।
होटल फेडरेशन ने की ओर से मोटे अनाज को प्रमोट करने के लिए मुहिम चला रखी है। इस मुहिम में राजधानी के 200 से अधिक होटल व रेस्टोरेंट को शामिल किया है। इन होटलों व रेस्टोरेंट में टूरिस्ट को मोटे अनाज से बने व्यंजन परोसे जा रहे हैं। एप्रिसिएशन सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है।
टूरिस्ट जब गुलाबी नगरी को निहारकार होटल पहुंचता है तो स्वादिष्ट खाने की इच्छा रखता है। हम उन्हें राजस्थानी पारंपरिक थाली परोसते हैं तो उन्हें खाफी पसंद आती है। इसे टूरिस्ट बड़ चाव से खाता है। राजस्थानी परंपरा मेहमान नवाजी की रही है, आज के दौर में यह राजस्थानी थाली उसे पूरा कर रही है।
– राहुल अग्रवाल, सचिव, होटल एसोसिएशन आफ जयपुर
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की ओर से मोटे अनाज को प्रमोट करने के लिए मुहीम चलाई जा रही है। देशी—विदेशी टूरिस्ट को मोटे अनाज खाने से होने वाले फायदों के बताया जा रहा है, साथ ही इससे बीमारियों से बचाव की भी जानकारी दी जा रही है। फेडरेशन इसके लिए होटल्स को एप्रिसिएशन सर्टिफिकेट भी दे रहा है।
– हुसैन खान, अध्यक्ष, होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान