लखनउ के एमआई ने मई 2020 में राजस्थान पुलिस को गुप्त सैन्य सूचनाएं लीक होने की जानकारी राजस्थान पुलिस को दी गई थी। राजस्थान पुलिस इंटेलीजेंस और लखनउ एमआई की एक संयुक्त टीम बनाई गई। सभी निष्कर्षों का फिर से विश्लेषण किया गया था। आगे के ब्योरे हासिल किए गए और निर्णायक सबूत इकट्ठा किए गए।
दोनों आरोपियों के नए भुगतान का पता लगाया गया।
जांच में सामने आया कि विकास कुमार पाकिस्तानी जासूस को ORBAT यानि (ऑर्डर ऑफ बैटल, कंपोजिशन एंड ऑर्डर ऑफ अ मिलिट्री फाइटिंग फॉर्मेशन), गोला-बारूद (फोटो, राज्य, मात्रा, प्रकार, आगमन, प्रस्थान) से संबंधित सैन्य जानकारी दे रहा था। ये सभी जानकारी अभ्यास के लिए आने वाली सैन्य इकाइयां थीं। यहां तक की सैन्य अभ्यास, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के व्यक्तित्व लक्षण की भी जानकारी मुहैया करवा रहा था। जांच में सामने आया कि बदले में विकास कुमार अपने और भाई के तीन बैंक खातों में रुपए ले रहा था। विकास ने जानकारी मुहैया कराने के बदले इस पूरी अवधि के दौरान अपने द्वारा साझा की गई जानकारी के लिए पाकिस्तानी हैंडलर से कम से कम 75,000 प्राप्त किए। वह उन्हें ज्यादातर अपने और अपने भाई हेमंत कुमार के बैंक खातों में लेता था।
एमआई लखनऊ को फेसबुक पर अनुष्का चौपड़ा नाम की एक प्रोफाइल पर संदेह हुआ। उसकी जानकारी जुटाई तो सामने आया कि इस प्रोफाइल को मुल्तान से एक पाकिस्तानी महिला चलाती है। “अनुष्का चोपड़ा” की आड़ में फेसबुक प्रोफाइल का इस्तेमाल कर एक पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) द्वारा विकास कुमार को फंसाया गया।