जूरी अध्यक्ष अंजुम रजअबली का कहना है, ‘यह प्रतियोगिता भारतीय पटकथा लेखन के लिए आवश्यक बूस्टर शॉट की तरह थी, ताकि लेखकों को अपनी सर्वश्रेष्ठ कहानी व विचार देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। फिल्म उद्योग को अच्छे लेखकों और स्क्रिप्ट्स की जरूरत है।’
बेहतर स्क्रिप्ट दर्शकों को खींचती है सिनेमाघरों में
इतना ही नहीं, प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण भी पहले ही शुरू हो चुका है, जिसमें प्रतिभागी अपनी एंट्रीज भेज सकते हैं। सिनेस्तान डिजिटल के चेयरमैन रोहित खट्टर कहते हैं, ‘इस साल बॉक्स ऑफिस ने दिखाया है कि बेहतर स्क्रिप्ट पर बनी फिल्में दर्शकों को सिनेमाघरों में वापस ला रही हैं। इस प्रतियोगिता के साथ हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि फिल्म उद्योग में कभी भी अच्छी स्क्रिप्ट और अच्छे लेखकों की कमी न हो और इस प्रतियोगिता व हमारे स्क्रिप्ट बैंक के माध्यम से योग्य प्रतिभाओं पर ध्यान रखा गया।’