कॉल रिकॉडिंग और एफएसएल जांच पर नजर पुलिस ने बताया कि मृतक रामचन्द्र ने सुसाइड नोट में फोन पर धमकी देने की बात लिखी है। रामचन्द्र के परिजनों से उसका मोबाइल फोन मांगा गया है। मोबाइल फोन मिलने पर उसकी रिकॉडिंग की जांच की जाएगी। कॉल डिटेल भी निकलवाई गई है कि आत्महत्या से पहले रामचन्द्र को किसका फोन आया था। उधर, पुलिस ने कहा कि घटना के एक दिन बाद परिजन सुसाइड नोट लेकर पुलिस के पास आए। इसके चलते सुसाइड नोट की रामचन्द्र की लिखावट से मिलान करवाने के लिए उसे एफएसएल भेजा जाएगा।
कभी मेरे तो कभी बहन के पास रह रहे थे मृतक के बेटे महेश ने बताया कि 31 जुलाई को आरोपी ललित और रिंकू ने मकान खाली करने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि एक कमरा खुद रख लो और एक कमरे पर उन्होंने कब्जा कर लिया। एक अगस्त को मकान खाली करके सभी किराए के मकान में रहने लगे। इसके बाद दोनों ने उन्हें एक कमरे में रहने भी नहीं दिया। अभी भी उनका सामान वहीं है। महेश ने बताया कि मकान खाली करने के बाद से पिताजी कभी उसके पास और कभी जेडीए क्वार्टर में ही रह रही बहन के घर रह रहे थे।
सुसाइड नोट में उम्मेद सिंह का नाम भी है। उम्मेद ङ्क्षसह ने पुलिस के समक्ष पेश होकर बताया कि जयपुर रेलवे जंक्शन पर होमगार्ड के रूप में कार्यरत हैं। उम्मेद ने कहा कि उसने रामचन्द्र से एक लाख रुपए ब्याज पर उधार लिए थे और १०० दिन तक 1200 रुपए रोज देना तय हुआ था। वह करीब ५० हजार रुपए का भुगतान कर चुका है। वहीं रामचन्द्र के बेटे महेश ने उम्मेद सिंह पर तीन लाख रुपए उधार लेने और बाकी पैसे नहीं चुकाने का आरोप लगाया है। पुलिस उम्मेद-महेश की बात की भी जांच कर रही है।
–वर्जन– परिजनों से मृतक का मोबाइल फोन मांगा है। इससे पता चल सकेगा कि फोन पर किसने-कब धमकी दी। सुसाइड नोट की भी पुष्टि के लिए एफएसएल जांच करवाई जा रही है। अशोक कुमार गुप्ता, डीसीपी (वेस्ट)