बाड़मेर ने बाजी मारी
इस बार
बाड़मेर लोकसभा में जहां सर्वाधिक मतदान रहा। वहीं इसके सभी आठों विधानसभा क्षेत्रों में भी गत वर्ष की तुलना में मतदान अधिक रहा। इनमें सर्वाधिक मतदान वाले बायतू में गत लोकसभा चुनाव से 4.59 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ, जबकि जैसलमेर में 6.51 प्रतिशत मतदान अधिक रहा। इसी तरह बाड़मेर में 4.08, शिव में 2.79, सिवाना में 1.67, गुडामालानी में 1.60, पचपदरा में 0.80 एवं चौहटन में 0.65 प्रतिशत मतदान अधिक रहा। इस बार गत लोकसभा चुनाव से अधिक मतदान वाले बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र के इन इलाकों के अलावा प्रदेश में अंता, रामगंजमंडी, लाडपुरा, कोटा दक्षिण एवं कोटा उत्तर, सांगोद, पिपल्दा, चोरासाी, सागवाड़ा, डूंगरपुर एवं तारानगर, बूंदी, केशोरायपाटन, निम्बाहेड़ा, गढ़ी और घाटोल विधानसभा क्षेत्र है, जहां गत लोकसभा चुनाव से ज्यादा मतदान रहा, जबकि झुंझुनूं का पिलानी विधानसभा क्षेत्र में इस बार गत लोकसभा चुनाव की तुलना में सबसे कम 13.53 प्रतिशत मतदान कम रहा, जहां गत चुनाव में 63.52 की तुलना में इस बार 49.71 प्रतिशत मतदान रहा।
तीन करोड़ 28 लाख 35 हजार 337 ने डाला वोट
बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र की तरह कोटा और बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में भी गत लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार के मतदान प्रतिशत में वृद्धि दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इस बार लोकसभा चुनाव में पांच करोड़ 33 लाख 67 हजार 103 मतदाताओं में से तीन करोड़ 28 लाख 35 हजार 337 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें एक करोड़ 72 लाख 73 हजार 719 पुरुष, एक करोड़ 55 लाख 61 हजार 285 महिला मतदाता एवं 33 थर्ड जेंडर शामिल है। इस बार चुनाव में 62 प्रतिशत पुरुष मतदाता, करीब 61 प्रतिशत महिला मतदाता एवं 53 प्रतिशत से अधिक थर्ड जेंडर ने अपना वोट किया। इस चुनाव में 18-19 वर्ष की आयु के करीब 16.64 मतदाताओं में से लगभगत 9.96 लाख ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनका मतदान 60 प्रतिशत रहा। इसी तरह इस बार 85 से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं ने भी मतदान के प्रति काफी उत्साह दिखाया और 67 प्रतिशत से अधिक ऐसे मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य में वर्ष 2019 के लोकसभा आम चुनाव में 66.34 प्रतिशत मतदान हुआ था।