script

BJP ने तोड़े इतिहास के सारे रिकॉर्ड्स, नतीजे देख विपक्ष घबराया- छूटे पसीने!

locationजयपुरPublished: May 23, 2019 03:24:19 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

BJP ने तोड़े इतिहास के सारे रिकॉर्ड्स, नतीजे देख विपक्ष घबराया- छूटे पसीने!

Modi Sweets Before Result In Mumbai

Pm Narendra Modi

जयपुर।

राजस्थान में एक बार फिर गहलोत की ‘जादूगरी’ के आगे मोदी का मैजिक चल गया है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में 2014 के चुनाव परिणाम को दोहराते हुए एक बार फिर से मिशन 25 का टारगेट पा लिया है। हालांकि इस बार भाजपा ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल को एनडीए समर्थित प्रत्याशी बनाकर नागौर की एकमात्र सीट से उतारा था। सभी सीटों पर भाजपा ने बढ़त बनाई हुई है। 2014 में भी भाजपा ने प्रदेश की सभी की सभी 25 सीटों में विजयश्री हासिल की थी। हालाँकि लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर अभी चुनाव आयोग की ओर से आधिकारिक परिणाम नहीं आये हैं, लेकिन सामने आ रहे रुझानों में सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने अच्छी-खासी बढ़त बनाई हुई है।

इधर, राजस्थान का मिशन-25 पूरा होने से भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर जबर्दस्त जीत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रही है। इसके साथ ही पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बना कर इतिहास रचने जा रही है। ये लगभग तय हो गया है कि पीएम मोदी ऐसा इतिहास रचने वाले देश के तीसरे और पहले गैर कांग्रेसी नेता होंगे।
दरअसल, देश के संसदीय इतिहास में पिछले पांच दशक में यह पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। इससे पहले ऐसा 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुआ था। पीएम मोदी यह रिकार्ड बनाने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे और पहले गैर कांग्रेसी नेता हैं।
पीएम मोदी ने पहले ही कर दिया था दावा
पीएम मोदी ने अंतिम चरण का चुनाव प्रचार समाप्त होने से कुछ पहले कहा था कि उनकी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सत्ता में आ रही है और ऐसा लंबे अर्से के बाद होने जा रहा है। उनकी बात चुनाव परिणामों में सही साबित हुई है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के नेतृत्व में तीन बार कांग्रेस की बहुमत वाली सरकार सत्तारुढ़ हुई थी। इसके बाद इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1967 और 1971 में लगातार दो बार इस तरह की सरकार बनी थी। उसके बाद अब मोदी यह करिश्मा दोहराने में सफल हुए हैं।
कांग्रेस ने 1980 और 1984 में भी लगातार लोकसभा में बहुमत हासिल किया था लेकिन दोनों बार प्रधानमंत्री अलग अलग थे। आपातकाल के बाद हुये चुनाव में सत्ता से बेदखल हुयी इंदिरा गांधी ने 1980 में वापसी की थी लेकिन 1984 में उनकी पद पर रहते हत्या कर दी गयी थी और उनके पुत्र राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुये लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने चार सौ से अधिक सीटें हासिल की थीं । इस चुनाव के बाद तीन दशक तक लोकसभा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। पिछले चुनाव में भाजपा ने लोकसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर इतिहास रचा था।
मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनने के साथ ही एक और रिकार्ड बनायेंगे। वह पंडित नेहरु और डॉ मनमोहन सिंह के बाद तीसरे ऐसे नेता होंगे जो पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से देश की बागडोर संभालेंगे। पंडित नेहरु एकमात्र ऐसे नेता हैं जो दो बार पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से इस पद पर पहुंचे थे।
मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह डॉ मनमोहन सिंह की बराबरी करेंगे। डा़ॅ सिंह 2004 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे जब कांग्रेस के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार बनी थी। पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने 2009 में इस गठबंधन की सरकार का फिर से नेतृत्व किया। पंडित नेहरु के बाद इंदिरा गांधी सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं पर उनका नाम इस सूची में नहीं आता। वह 1966 में लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद पहली बार प्रधानमंत्री बनीं।
एक वर्ष बाद 1967 के चुनाव में कांग्रेस की जीत के साथ उन्होंने फिर से यह पद संभाला। कांग्रेस की अंदरुनी कलह के चलते उन्होंने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा होने से एक वर्ष पहले ही लोकसभा भंग कर 1971 में चुनाव करा दिये। इस चुनाव में उन्हें भारी सफलता मिली और वह फिर से प्रधानमंत्री बनी। इंदिरा गांधी को 1977 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। वह 1980 में चौथी बार प्रधानमंत्री बनी।
मोदी की पार्टी भाजपा के नेता अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री बने और छह वर्ष से अधिक समय तक इस पद पर रहे। वह 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने लेकिन उनकी सरकार 13 दिन में ही गिर गई। वह 1998 में दोबारा प्रधानमंत्री बने लेकिन यह सरकार 13 महीने ही चल सकी। वाजपेयी 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने लेकिन 2004 में हुये चुनाव में भाजपा सत्ता से बाहर हो गयी। इसके बाद डॉ मनमोहन सिंह लगातार दो कार्यकाल प्रधानमंत्री पद पर रहे।

ट्रेंडिंग वीडियो