बीसलपुर बांध में सामान्यताय अगस्त महीने में ही पानी की आवक होती है। वजह है कि जब चित्तौड़गढ, भीलवाड़ा, राजसमंद के साथ ही अजमेर और टोंक से सटे कैचमेंट एरिया में अच्छी बरसात होती है तो बांध में बरसाती पानी की आवक होती है। आज कई सालों के बाद थाडोली नाला चला। इस नाले का पानी भी बीसलपुर बांध में आता है। ऐसे में बांध में पानी की अच्छी आवक के लिए अगस्त महीने में होने वाली मानसून की अच्छी बरसात से उम्मीद लगाई जा रही हैं। आज दोपहर तक बीसलपुर बांध का लेवल 306.89 आरएल मीटर रहा है। बांध में अब तक जयपुर, अजमेर, टोंक के लिए करीब तीन महीने तक की पेयजल आपूर्ति का पानी आ चुका है।
बीसलपुर में अभी इतना पानी
वहीं बात बीसलपुर बांध की करें तो यह बांध जयपुर, अजमेर, टोंक शहर में पेयजल आपूर्ति के लिहाज से लाइफलाइन माना जाता है। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। आज सुबह तक बांध का गेज 306.89 आरएल मीटर रहा है। बीसलपुर बांध में अभी 4.353 टीएमसी पानी है।
बीसलपुर बांध राजस्थान के टोंक जिले में 84 वर्ग मील में बनास नदी पर बना है। यह बांध जयपुर, टोंक, अजमेर सहित कई शहरों की प्यास बुझाने के साथ ही सिंचाई की जरूरतों को भी पूरा करता है।टोंक जिले में बीसलपुर गांव पर यह बांध बना हुआ है। यह अपने भगवान गोकर्णेश्वर के प्राचीन मंदिर के लिए प्रसिद्द है। आपको बता दें कि यह बाँध दो चरणों में बनाया गया। पहले चरण का उद्देश्य गाँव के लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाना था जबकि दूसरे चरण का लक्ष्य सिंचाई की सुविधाओं में सुधार लाना रहा है। यह बाँध 574 मीटर लंबा और 39.5 मीटर ऊँचा है।