मानसरोवर के मैदान में एक ही मंच पर नजर आए हनुमान बेनीवाल और घनश्याम तिवाड़ी ।
बेनीवाल के एक बात पर खिलखिला कर हस दिए घनश्याम तिवाड़ी ।
तिवाड़ी ने भी ठोकी ताल।
मान गए गुरु।
मजाक पर मजाक होते रहे।
गुरु आखिर गुरु रहता है।
बेनीवाल के मजाक पर तिवाड़ी ताली बजा हस दिए।