एक अनुमान के मुताबिक कुल कार्बन उत्सर्जन में 2 फीसदी योगदान विमानन उद्योग की देन है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आइएटीए) ने 2050 तक हवाई यात्रा में कार्बन उत्सर्जन को 2005 के भी आधे स्तर पर लाने का का संकल्प किया है। एयर ट्रांसपोर्ट एक्शन ग्रुप के अनुसार विमानों से होने वाला 80 फीसदी कार्बन उत्सर्जन 1500 किलोमीटर से अधिक की उड़ानों से होता है। बोइंग ने भी इस वर्ष एक प्रोटोटाइप लॉन्च किया था, जबकि पिछले वर्ष एयरबस, सीमेंस और रोल्स रॉयस ने भी इलेक्ट्रिक विमानों का प्रोजेक्ट पेश किया था। इस बीच अमरीकी एयरलाइन केप एयर 2022 तक इन विमानों को उड़ाने पर विचार कर रही है।