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वैभव को चुनाव लड़वाने से राहुल गांधी नाराज़! इधर सीएम गहलोत ने तोड़ी चुप्पी, कह डाली ये बातें

locationजयपुरPublished: May 27, 2019 09:34:45 am

Submitted by:

Nakul Devarshi

वैभव को चुनाव लड़वाने से राहुल गांधी नाराज़! इधर सीएम गहलोत ने तोड़ी चुप्पी, कह डाली ये बातें

ashok gehlot
जयपुर।

कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की दिल्ली में हुई बैठक में अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बेटों को टिकिट दिए जाने पर नाराज़गी जताई थी। बैठक से खबर निकली थी कि राहुल गांधी ने ऐसे नेताओं पर गहरी नाराज़गी जताई है जिन्होंने बेटों को टिकिट दिलये जाने को लेकर दबाव बनाया। राहुल की इस नाराज़गी के सुर्खियां बनने के बाद आखिरकार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी प्रतिक्रिया आई है। गौरतलब है कि गहलोत के बेटे को भी जोधपुर से लोकसभा चुनाव का टिकिट दिया गया था और वे प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे।
दिल्ली में मीडिया ने जब इस सम्बन्ध में सवाल किया तो गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया दी। गहलोत ने कहा, ‘खबरें तो छपती रहती है और कौन सी बात किस संदर्भ में होती है वह संदर्भ बदल जाते हैं मीडिया के अंदर आकर, मीडिया में संदर्भ बदल जाते हैं और जब संदर्भ बदल जाता है तो जो न्यूज़ छपती है उसके दूसरे मायने निकलते हैं, यह पार्टी के अंदरूनी मामले होते हैं।’
सीएम गहलोत ने कहा, ‘राहुल गांधी जी को अधिकार है कहने का क्योंकि वह हमारे कांग्रेस अध्यक्ष है उनको सब अधिकार है कि किस नेता की कहां कमी रही कैंपेन के अंदर, किस नेता की कहा निर्णय में कमी रही वो ऐसे वक्त में जब पोस्टमार्टम हो रहा है तो स्वाभाविक है कि कांग्रेस प्रेसिडेंट का अधिकार है, वह कमियां बताएंगे सबको, हम लोगों ने उस पर डिस्कशन किए हैं पर जो बातें अखबारों में आती है किस संदर्भ में कही है वह संदर्भ खत्म हो जाते हैं तो जो बात छपती है या सुनते हैं रेडियो पर, टेलीविजन पर देखते हैं संदर्भ को हटके जब बात होती है तब उसके मायने दूसरे हो जाते हैं उस पर मैं कोई कमेंट नहीं करना चाहता इतना ही मैं कह सकता हूं।’
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई कांग्रेस बैठक में शामिल हुए, जिसके बाद मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। मीडिया के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा, ‘पहले भी ऐसा समय आ चुका है जिसमें हम कमजोर रहे, लेकिन बाद में पार्टी उबरी भी है और वापस सत्ता में भी आई है।
गहलोत ने इंदिरा गांधी के हारने के समय का वाकया याद करते हुए बताया कि हारने के बाद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पूरे देश के अंदर ऐसा मैसेज दिया उनकी आंधी चली। वापस सत्ता में आए और 25 साल तक हम लोगों ने शासन किया। इसलिए हार और जीत तो चलता रहता है लोकतंत्र में स्वाभाविक होता है।
भाजपा से टक्कर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है जो बार-बार राहुल गांधी जी कहते हैं कि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है, अदावत नहीं है यह इश्यू बेस राजनीति लोकतंत्र में होनी चाहिए उससे हटके राजनीति की गई मोदी जी के द्वारा और किस प्रकार ध्रुवीकरण किया गया, हिंदुत्व की बात, राष्ट्रवाद की बात, पाकिस्तान के अंदर फौजो ने जो शौर्य और पराक्रम दिखाया उसका सब को गर्व है पर उसका भी श्रेय लेने की बात। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता घबराने वाले नहीं है हमारे में दमखम है, देश को बचाना हम लोगों को है, लोकतंत्र की रक्षा करनी है जो कांग्रेस करती आई है 70 साल तक यह हमारा मानना है।
मीडिया के सवाल, गहलोत के जवाब

सवाल: ऐसा क्या चला कि राहुल गांधी जी ने इस्तीफे की पेशकश की ?
जवाब: वह तो वर्किंग कमेटी में सबके सामने आ चुकी है उन्होंने पेशकश की पर पूरी वर्किंग कमेटी ने एकजुट होकर के एक स्वर के अंदर उसको रिजेक्ट कर दिया उनकी विनती को और कहा गया कि आपको ही कमान संभालनी है और राहुल गांधी में ही दमखम है मोदी जी का और एनडीए का सामना करने का जो उन्होंने दिखाया 5 साल तक। हार से हम लोग कोई घबराने वाले नहीं है, हार सकते हैं पर हिम्मत में कोई कमी नहीं आई है कांग्रेसजनों के अंदर।
सवाल: और बैठकें हैं कोई समीक्षा के लिए?
जवाब: जब यहां आते हैं तो हम मिलते हैं, जुलते हैं आगे की प्लानिंग करते हैं ही करते है। हमें चिंता यह भी है कि अभी राजस्थान के अंदर टिड्डी दल आ गया है पाकिस्तान की तरफ से आता है और वह हमला करता है हमारे यहां पर और फसलों को नष्ट कर देता है, अभी हमला किया हुआ है जैसलमेर पर हमने अपने विभागों को कहा है कि आप केंद्र सरकार के नजदीक रहे क्योंकि केंद्र सरकार ही आगे आकर जो कदम उठाने पड़ते हैं उठाते हैं, पहले भी ऐसे हमले हुए हैं फसलें चौपट नहीं हो जाए किसानों की वह चिंता मुझे लगी हुई है वह बात थी मैंने अपने अधिकारियों से करी है वह संपर्क में है, जरूरत पड़ेगी और हम आगे कार्रवाई करेंगे।

सवाल: रिव्यू बैठक के बाद कोई परिवर्तन संगठनात्मक?
जवाब: अभी तो राहुल गांधी जी को हमारी कमान संभालनी है कांग्रेस की, तमाम नेताओं द्वारा एक स्वर में उन से विनती की गई है। उन्होंने मुद्दा आधारित राजनीति इस देश में करी है आज देश उसको अप्रिशिएट करता है चाहे वोट हमें मिले हो या नहीं मिले हो पर हर व्यक्ति के जुबान पर है कि यह इंसान दिल से बोलता है, यह इंसान मुद्दा आधारित बात करता है, इस इंसान ने करप्शन पर जो घेरा मोदी जी को उसका जवाब आज तक नहीं आया है राफेल का, इन्होंने किसान की बात करी उसकी बात कोई की नहीं गई है, नौजवानों को नौकरियां नहीं मिल पाई है धोखा दिया गया देश को उसकी बात की गई है आज माहौल उनके पक्ष में है, जो हम बोलते हैं तो हमारी आलोचना ज्यादा होती है सोशल मीडिया पर हमले होते हैं हमारे ऊपर हम जानते हैं इस बात को, पर सच्चाई की अंतिम जीत होती है, झूठ जीत सकता है शॉर्ट टर्म के लिए पर अंतिम जीत सत्य जीत की होती है, अंतिम विजय सत्य की होती है, अंतिम विजय सत्य की ही होगी यह मैं कह सकता हूं।
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