जानकारी के अनुसार एबीवीपी संगठन हाल ही में संपन्न हुए छात्रसंघ चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर करने पहुंचे थे। विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनाव नतीजों में धांधली हुई है और छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव गलत तरीके से हुआ है। गौरतलब है कि इस बार के छात्रसंघ चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे विनोद जाखड़ ने जीत हासिल की है।
प्रदर्शन के दौरान बिगड़ा मामला
यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन करने पहुंचे एबीवीपी कार्यकर्ताओं को मुख्या द्वार से बाहर आकर प्रदर्शन करने पर पुलिस ने रोकना चाहा तब मामला बिगड़ गया। कार्यकर्ता बाहर आकर प्रदर्शन करने पर अड़े रहे। देखते ही देखते पुलिस और कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। पुलिस को कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान यूनिवर्सिटी परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
ये जताई गई है आपत्ति
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की ओर से कुलपति को दिए गए ज्ञापन में छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ द्वारा गलत सूचना देकर चुनाव लड़ने की बात कही गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि विनोद जाखड़ को परीक्षा के दौरान अन्य छात्र को अपनी जगह बिठाकर परीक्षा देने का दोषी पाया गया है, जिसमें कोर्ट द्वारा उनको दंडित भी किया गया है। साथ ही यूनिवर्सिटी ने अपने चुनाव संविधान में नियमों का पालन नहीं की है। ऐसे में नियमों के तहत विनोद जाखड़ का नामांकन खारिज किया जाना चाहिए।
जाखड़ बोले, ‘आरोप निराधार ‘
वहीं इस मामले पर राजस्थान यूनिवर्सिटी के नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जाखड़ ने जवाब में सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं हैं। चुनाव में हारने के कारण एबीवीपी बेवजह मुझ पर इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगा रही है।