गौरतलब है की पच्चीस अप्रेल को आसाराम को सेन्ट्रल जेल जोधपुर में फैसला सुनाया जाना तय हुआ है। इसको लेकर आसाराम के हजारों समर्थक जोधपुर पहुंच सकते हैं। ऐसे में शहर में आने वाले आसाराम के समर्थकों पर पुलिस की नजर रहेगी और इनको शहर के बाहर ही रोकने के प्रयास भी शुरू कर दिए हैं।
पुलिस लाइन स्थित सरदार पटेल सभागार में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि आसाराम को 25 अप्रेल को जोधपुर जेल में एससी-एसटी कोर्ट के न्यायाधीश फैसला सुनाएंगे। इस दौरान अधिक संख्या में समर्थक जोधपुर पहुंच सकते हैं। पुलिस को अंदेशा है कि इस दौरान वे शहर में कानून-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास कर सकते हैं।
इसके लिए पुलिस पहले ही सतर्क हो गई है, पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ ने जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र के लिए निषेधाज्ञा की धारा 144 लागू की है। जो आज 21 अप्रेल शनिवार सुबह दस से 30 अप्रेल शाम 5 बजे तक अथवा अन्य आदेश होने तक जो भी पहले हो लागू रहेगी।
आसाराम समर्थकों को शहर में प्रवेश पर रोक के प्रयास डीसीपी कपूर ने बताया कि आसाराम के समर्थकों को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी प्रवेश मार्गों पर नाके लगाए गए हैं, जहां कड़ी जांच व तस्दीक के बाद ही शहर में प्रवेश दिया जाएगा। हर संदिग्ध व्यक्ति का परिचय पत्र जांचा जाएगा। संदेह होने पर एेसे लोगों को नाकों से ही लौटा दिया जाएगा। इसके लिए वाहनों की व्यवस्था रहेगी। परिवहन के संसाधनों के संचालकों से मदद पुलिस ने रोडवेज और रेलवे डीआरएम के अलावा ऑल इण्डिया टूरिस्ट बस ऑनर्स एसोसिएशन के संचालकों से भी मदद ली जाएगी। पुलिस ने इन संसाधनों के मार्फत जोधपुर आने वाले आसाराम के समर्थकों की सूचनाएं तुरंत देने का आग्रह किया है। राज्य के दूसरे जिलों व राज्यों के कन्ट्रोल रूम से समर्थकों के जोधपुर रवाना होने के बारे में सूचनाएं ली जा रही है।