गांधी नगर थाने के सीआई उदयभान यादव ये पहल की। उन्होंने कहा कि बांदीकुई निवासी हिमांशु सैनी को थैलेसीमिया के उपचार के लिए हर महीने जयपुर आना पड़ता है। उसके पिता से हुई बातचीत में पता चला कि हिमांशु पुलिस ऑफिसर बनना चाहता है। उसकी पुलिस की वर्दी पहनने की ईच्छा है। यही वजह है कि उसे दो घंटे का सीआई बनाया गया।
थैलेसीमिया बीमारी क्या है ?
थैलेसीमिया एक आनुवंशिकी रक्त विकार है। यह शरीर की सामान्य हीमोग्लोबिन का उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है। अस्थि मज्जा कम हेल्दी रेड ब्लड सेल्स प्रोड्यूस करती है। भारत में हर साल लगभग 10,000 बच्चे थैलेसीमिया के साथ पैदा होते हैं। थैलेसीमिया मुख्यतः 2 प्रकार का होता है एक, बीटा थैलेसीमिया जो प्रमुख और लघु उपप्रकार और दूसरा अल्फा थैलेसीमिया यह हीमोग्लोबिन एच और भ्रूण हाइड्रोप्स उपप्रकार है।