विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव में आर्थिक आरक्षण को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा के पास होने के बाद कई राज्यों में पारित होने का हवाला देकर राजस्थान में लागू करने की मांग की। तो कांग्रेस ने इसे विधानसभा चुनावों में मिली भाजपा को हार के बाद राजनीति हवा बताई। कांग्रेस के सदस्यों ने विपक्ष पर आरोप लगाए कि जब कांग्रेस की पूर्व सरकार में 14 फीसदी तक आर्थिक आरक्षण के प्रस्ताव लाया गया तब अब भाजपा 10 फीसदी ही क्यों ला रही है। इसको लेकर सदन में हंगामा हुआ।
आरक्षण मामले में शब्दों के बाण ‘उप’ पद की ठीस तक पहुंच गए। विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने गुर्जर सहित अन्य पांच जातियों के आरक्षण मिलने का मुद्दा उठाते हुए सचिन पायलट के साथ ‘उप’ मुख्यमंत्री पद जुडऩे पर कटाक्ष किया। राठौड़ ने कहा कि जाति विशेष ने सर्वोच्च पद पर बैठाने पर साथ दिया, लेकिन ‘उप’ लग गया। इस पर उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि खुद का दिल का दर्द होगा उप लगाने का, जो मुझे पर बोल रहे हैं। इस पर हनुमान बेनीवाल ने चुटकी लेते हुए राठौड़ को देखकर कहा- ‘आज तो धो दिया राठौड़ साहब’।
इस दौरान पायलट ने गुर्जर समाज आरक्षण पर कहा कि जो सरकार 5 साल तक केंद्र और राज्य में रही। जो 56 इंच की छाती का दावा करते है। इनकी सरकार की नाक के नीचे 72 लोगों को मारा गया। जबकि हमनें संवाद किया। पैरवी की। एक लाठी तक नहीं चली। कोई कसर नहीं छोडेंगे। अब पूर्व सरकार की उलझाई गुत्थी को सुलझाएंगे। संयम लोढ़ा ने भाजपा सदस्यों की ओर देखकर कहा- समाज इनसे हिसाब मांग रहा हैं।
आर्थिक और गुर्जर समाज आरक्षण को लागू कराने को लेकर विपक्ष दोपहर 1.16 मिनट पर वैल में पहुंचा। करीब 40 सदस्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। इस पर अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष को नियमों के तहत मुद्दा उठाने का हवाला दिया। इस पर वापस सदस्य वैल से बाहर आए।