फाइनल मुकाबले में छह विभिन्न श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय के आधार पर कुल 18 प्रतिभाओं का चयन किया जिन्हें समारोह के अंत में नकद पुरस्कार से नवाज़ा गया। देश के पहले सबसे बड़े ऑफ लाइन टेलेंट हंट का आयोजन राजस्थानी लोक गायिका मरु कोकिला सीमा मिश्रा द्वारा स्थापित सीमा मिश्रा राजस्थान लोक संगीत- कला अकादमी, तथा भारत के प्रमुख राष्ट्रव्यापी साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन सम्पर्क क्रांति परिवार द्वारा प्रवर्तक संस्थान जे.ई.सी.आर.सी, फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।
विजेताओं को दिए गए नकद इनाम प्रथम स्थान पर रही छह प्रतिभाओं स्वर शिरोमणि नवनीत पंजाबी, रुखसाना मिरासी, सुनील शर्मा, नित्यान्श त्रिवेदी, शाहरुख़ खान और रामचंद्र को 21-21 हजार, द्वितीय स्थान पर रहीं प्रतिभाओं स्वर शिरोमणि अम्बिका सक्सेना, आयुध दवे, रोमिल, हर्ष सोनी, ईशा आर्य और कविता चौधरी को 11-11 हजार और तीसरे स्थान पर रहीं छह प्रतिभाओं स्वर शिरोमणि वंश प्रताप सिंह, सानिया पंवार, सोनी चंद्रवंशी, निकिता कँवर, रुखसाना मिरासी और अशोक कुमार को 51-51 सौ रूपए के नकद पुरस्कार और स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। विजेताओं को विख्यात वरिष्ठ बॉलीवुड पार्श्व गायिका हेमलता, राजस्थान की स्वर कोकिला सीमा मिश्रा, समारोह के उद्घाटनकर्ता,अतिविशिष्ट अतिथि जे.ई.सी.आर.सी, विश्वविद्यालय के संस्थापक सी.ए. ओ.पी. अग्रवाल, सम्पर्क क्रांति परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव विनायक शर्मा एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर प्रकाश छबलानी ने पुरस्कार प्रदान किए।
मैं भी एक मुट्ठी मिट्टी हूं राजस्थान की-हेमलता इस मौके पर प्रतिभाओ की सराहना करते हुए हेमलता ने कहा आज साल के आखिरी दिन आपके सामने हूं मैं क्या कहूं मैंने तो सारी ज़िन्दगी दूसरों का लिखा और संगीतबद्ध किया गाया है, मैं भी आप में से ही एक हूँ , मुझे गर्व इस बात का है की मैं राजस्थान की बेटी हूं, मैं भी एक मुट्ठी मिट्टी हूं राजस्थान की। आयोजक संस्थान के शुभ संकल्प की सराहना करते हुए हेमलता ने कहा कि संगीत की दुनिया में स्वर साधकों की खोज के साथ संगीत के संरक्षण एवं सृजन का सबसे सशक्त संस्थान के रूप में यह मंच उभर कर सामने आया है।आयोजक संस्थान सीमा मिश्रा राजस्थान लोक संगीत- कला अकादमी, सम्पर्क क्रांति परिवार एवं स्वर माधुरी प्रतियोगिता आयोजन की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए प्रतिभागियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
इन श्रेणियों में आयोजित की गई प्रतियोगिता संगीत का यह महामुकाबला कुल छह वर्गों में लोक संगीत तथा सुगम संगीत में आयोजित किया गया। हर वर्ग से महामुकाबले के पांच सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चयन कर अंतिम चरण में 30 प्रतिभाओं को अपने हुनर के प्रदर्शन करने का मौका दिया गया।
देश भर में इन स्थानों पर आयोजित हुए ऑडिशन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, असम ,मध्य प्रदेश, सहित राजस्थान के जयपुर, रतनगढ़, सरदारशहर, लक्ष्मणगढ़, जोधपुर, नोखा, सीकर में ऑडिशन आयोजित कर अगले चरणों के लिए प्रतिभाओं का चयन किया गया।