तय कार्यक्रम के अनुसार वे दिल्ली से सुबह करीब साढ़े 9 बजे चार्टर प्लेन से जयपुर आएंगे। यहां एयरपोर्ट से ही वे हेलीकॉप्टर में सवार होकर गंगापुरसिटी जाएंगे। यहां वे भरतपुर संभाग के भरतपुर, करौली, धौलपुर और सवाईमाधोपुर जिले की 19 विधानसभाओं के 4065 शक्ति केन्द्र कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे एक सभा को सम्बोधित करेंगे। दोपहर तीन बजे वे कोटा पहुंचेंगे। यहां कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ जिले की 17 विधानसभाओं के 4278 शक्ति केन्द्र कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद आईटी वॉलेंटियर मीट में हिस्सा लेंगे। यहां से वे जयपुर होते हुए दिल्ली चले जाएंगे।
अब तक आ चुके हैं इन जिलों में
अमित शाह पिछले दस दिनों में चार बार राजस्थान आ चुके हैं। सबसे पहले वे 11 सितम्बर को जयपुर आए थे। इसके बाद वे पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, नागौर और उदयपुर आ चुके हैं। उनका अगला दौरा 26 सितम्बर को जयपुुर के धानक्या में होना है। इसके बाद अगले माह चार अक्टूबर को वे बीकानेर आएंगे।
जयपुर दौरे में यह था खास
गौरतलब है कि मंगलवार 11 सितंबर को शाह ने जयपुर का दौरा किया था। यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में जोश भरते हुए कांग्रेस और अन्य दलों के महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने राजे सरकार को राजस्थान में काम करने में नंबर एक पर बताते हुए कहा था कि हमने एक रुपया दिया तो वसुंधरा राजे ने उसमें पैसा जोड़कर नीचे पहुंचाया। उन्होंने एक-एक पाई नीचे तक पहुंचाई। उधर कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा था कि कांग्रेस भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही है। कांग्रेस किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। उनका नेता कौन होगा? राजस्थान में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, यह भी जनता को नहीं बताया जा रहा है। अंधेरे में रखने पर जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी।
गौरतलब है कि मंगलवार 11 सितंबर को शाह ने जयपुर का दौरा किया था। यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में जोश भरते हुए कांग्रेस और अन्य दलों के महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने राजे सरकार को राजस्थान में काम करने में नंबर एक पर बताते हुए कहा था कि हमने एक रुपया दिया तो वसुंधरा राजे ने उसमें पैसा जोड़कर नीचे पहुंचाया। उन्होंने एक-एक पाई नीचे तक पहुंचाई। उधर कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा था कि कांग्रेस भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही है। कांग्रेस किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। उनका नेता कौन होगा? राजस्थान में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, यह भी जनता को नहीं बताया जा रहा है। अंधेरे में रखने पर जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी।