9 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचकर नदी में छलांग लगाकर बचाई जान
इसकी सूचना तत्काल ग्रामीणों ने डायल 112 को दी थी। उक्त मामले की सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। गा्रमीण क्षेत्र होने के बाद भी महज 9 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचकर नदी में छलांग लगाने वाले देवचंद को पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाला। उसकी जान डायल-112 डिस्पेचर प्रधान आरक्षक प्रेमसागर गोफेन व आरक्षक रोहित कुमार मंडावी, नारायण सिंह कलामे ने मिलकर बचाई।
परेशान होकर आत्महत्या के लिए नदी में कूदा था
नदी से बाहर निकलने के बाद युवक ने पुलिस को बताय कि कुछ समया पहले नक्सलियों ने उसके रिश्तेदार की हत्या करी दी थी। इसके बाद परेशान होकर वह आत्महत्या के लिए नदी मे कूदा था। पुलिस ने बताया कि युवक को देखने पर लगता है कि वहा प्रथम दृष्टया में मानसिक रूप से परेशान लग रहा है। उसके द्वारा दिए गए बयान के सत्यता की जांच करवाई जा रही है।
परिवार के सदस्यों की नक्सलियों ने की थी हत्या
देवचंद ने आत्महत्या की वजह नक्सलियों से लगातार मिल रही प्रताड़ना बताया। नक्सलियों ने पूर्व में उसके परिवार की निर्मम हत्या की थी। इसके बाद से वह मानसिक रूप से तनाव झेल रहा था। जिससे त्रस्त होकर ही उसने आत्महत्या का प्रयास किया।