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पैसे लेकर घर बैठे मुहैया करा देता था एमबीए, बीएड और अन्य व्यावसायिक कोर्स

locationजबलपुरPublished: Jul 15, 2019 01:33:34 pm

Submitted by:

santosh singh

जबलपुर से पटना तक फैला फर्जीवाड़े का जाल : अधिवक्ता की अंकसूची की जांच में खुलासा

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एफआइआर

जबलपुर. अधिवक्ता की फर्जी अंकसूची की जांच ने शिक्षा के नाम पर शहर में चल रहे फर्जी शिक्षा केंद्रों की पोल खोल दी है। पटना के एक फाउंडेशन से मिलकर जालसाज पैसे लेकर नामी विश्वविद्यालयों से घर बैठे एमए, बीए, एमबीए, बीएड जैसे व्यावसायिक कोर्स करा देते थे। ओमती पुलिस ने इस मामले में पटना से एक जालसाज को दबोचा है। अब अधिवक्ता पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।
ये है मामला
नेपियर टाउन निवासी शाहरूख जाफरी ने 10 अप्रैल को ओमती थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अधिवक्ता अशफाक ने बीकॉम की फर्जी डिग्री के आधार पर एलएलबी किया है। अशफाक ने 2011 से 2013 तक डॉ. राममनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज कानपुर से बीकॉम करने सम्बंधी अंकसूची एलएलबी के प्रवेश में लगाया था। कॉलेज से इसका सत्यापन कराया गया तो पता चला अंकसूची फर्जी है। इस पर ओमती पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471 व 120-बी का प्रकरण दर्ज कर ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के संचालक आरिफ हुसैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
वर्ष 2010 से चल रहा था ये फर्जीवाड़ा
पुलिस पूछताछ में आरिफ ने बताया कि उसने 2010 में अपनी संस्था शुरू की थी। वह पटना स्थित एचपी नेशनल फाउंडेशन के संचालक हेमंत कुमार शर्मा से प्रति छात्र दो से ढाई हजार रुपए कमीशन लेकर छत्रपति साहूजी महाराज विवि कानपुर, कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी और श्रीधर यूनिवर्सिटी राजस्थान में ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रवेश कराता था।
12 छात्रों की 30 अंकसूची फर्जी
ओमती पुलिस की जांच में आरिफ के मेल से प्राप्त 12 छात्रों की 30 अंकसूचियों की जांच छत्रपति साहूजी महाराज विवि कानपुर से कराई। वहां से बताया गया कि सभी अंकसूचियां फर्जी हैं। इसी तरह आरिफ के मेल से सात अंकसूची कर्नाटका स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी और पांच अंकसूची श्रीधर यूनिवर्सिटी राजस्थान की मिली हैं। ओमती पुलिस दोनों संस्थाओं को सम्बंधित अंकसूचियों को सत्यापन के लिए भेजा है। अभी रिपोर्ट नहीं आई है।
पटना से हेमंत गिरफ्तार
ओमती पुलिस ने मामले में पटना से दो जुलाई को हेमंत कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया। पूछताछ में हेमंत ने बताया कि वह बिना प्रवेश कराए खुद ही अंकसूची बनाकर भेजता था। पुलिस की जांच में अधिवक्ता अशफाक द्वारा जानबूझकर बीकॉम की फर्जी डिग्री के आधार पर एलएलबी करना भी सिद्ध पाय गया है। पुलिस मामले में कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी कर रही है।

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