कई विषयों पर की बातचीत
सोमवार को शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जबलपुर में थे। सिविक सेंटर के बगलामुखी मंिदर में उनसे कई प्रमुख संगठनों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। इनमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा इकाई सहित समस्त अनुषांगिक संगठनों के प्रचारक प्रमुख शिवराम समदडिय़ा, वेटरनरी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. गोविंद मिश्रा भी शामिल थे। इस दौरान श्रीराम जन्म भूमि मामला, गौ हत्या, समरसता जैसे विषयों पर व्यापक बातचीत हुई। सूत्रों के अनुसार चर्चा के दौरान शंकराचार्य ने आदि शंकराचार्य की मूर्ति स्थापित करने के प्रदेश सरकार के फैसले पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कहीं भी मूर्ति स्थापित कर देना गलत है, इसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंंने यह भी कहा कि सरकार इतिहास के विरुद्ध काम कर रही है। शंकराचार्य ने इसी दौरान नर्मदा संरक्षण मुद्दे पर भी प्रदेश सरकार को घेरा।
ईवीएम का इस्तेमाल गलत
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर भी सवाल उठाए। उन्होंंने कहा कि निर्वाचन में हार-जीत ईवीएम से ही तय होती है और इस तरह ईवीएम मशीन भी जज की तरह है। हरेक मशीन खराब हो सकती है, ऐसे ही ईवीएम मशीनों में भी गड़बड़ी हो सकती है। इसलिये उनके द्वारा निर्वाचन करना न्याय विरूद्ध है।