नक्षत्र- ध्रुवसंज्ञक स्थिर संज्ञक नक्षत्र रोहिणी प्रात: 8.39 तक उपरंात मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। रोहिणी नक्षत्र में यात्रा, सवारी, कारीगरी, काष्ठकला, शंाति पुष्टता, साहित्य, पौधरोपण, कृषिकार्य तथा बागवानी से जुड़े कार्य अत्यंत शुभ तथा सुखद माने जाते हैं। वहीं मृगशिरा नक्षत्र में सभी प्रकार की व्यावसायिक गतिविधि से जुड़े कार्य शुभ फलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त -आज औषधि सेवन, कर्जनिपटारा, तीर्थदर्शन, मित्र मिलन, पत्र लेखन, सेवारम्भ, शस्त्र निर्माण, शस्त्र साधना तथा कूटनीति जैसे कार्य हेतु आज का दिन शुभ रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 9.00 से 10.30 शुभ दोपहर 1.30 से 6.00 चर, लाभ, अमृत तथा रात्रि 6.00 से 7.30 चर की चौघडिया शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ मास शिवरात्रि का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। भगवान शिव की आराधना परम कल्याणकारी रहेगी।
चन्द्रमा : रात्रि 8.29 तक वृष राशि में उपरंात बुध प्रधान राशि मिथुन राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के मिथुन राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का आद्र्रा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास दक्षिण दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 7.30.00 बजे से 9.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर ओ,वा,वी अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। रोहिणी नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि ेवृष होगी, राशि स्वामी शुक्र तथा सुवर्णपाद पाया में जन्म माना जाएगा। वृष राशि के जातक प्राय: बलवान, चंचल, तेजस्वी, ऊर्जावान, प्रभावशाली, उदारवृत्ति, स्वाभिमानी, गोवंश से लगाव वाले तथा अत्यंत बुद्धिमान प्रवृत्ति के होते हंै। आयु का पच्चीसवां वर्ष भाग्योदयकारी है।