– सिग्नल से रूट रिले इंटरलॉकिंग के तहत सिग्नल लगेंगे, प्वाइंट मशीनें भी लगाई जाएंगी
– ओवर हेड वायर (विद्युत तार) शिफ्ट किए जाएंगे
ये विभाग करेंगे काम : इंजीनियरिंग विभाग, टीआरडी विभाग, सिग्नल विभाग।
तीन विभाग, 500 अधिकारी-कर्मचारी
री-मॉडलिंग के तहत इटारसी और कटनी एंड पर नए प्वाइंट्स, सिग्नल और ओवरहेड वायर लगाए और शिफ्ट किए जाएंगे। रेलवे के तीन विभाग और 500 अधिकारी-कर्मचारी इस कार्य को करेंगे। री-मॉडलिंग का काम वर्ष 2009 से करना था, लेकिन रेलवे बोर्ड ने सोमवार को पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर रेल मंडल को इसकी स्वीकृति दी।
ये ट्रेनें रहेंगी निरस्त
11273-11274 इटारसी-कटनी-इटारसी
19809-19810 कोटा-जबलपुर-कोटा
12061-12062 हबीबगंज-जबलपुर- हबीबगंज जनशताब्दी
11265-11266 जबलपुर-अम्बिकापुर -जबलपुर
51187-51188 कटनी-भुसावल-कटनी
51189-51190 इटारसी-इलाहाबाद-इटारसी
51703 जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर
20827-20828 जबलपुर-संतरागाछी-जबलपुर
22353-22354 पटना-बांद्रा-पटना एक्सप्रेस
11045-11046 दीक्षा भूमि
15117-15118 जबलपुर-मंडुआडीह-जबलपुर
17609-17610 पटना-पुणे-पटना
मशीनरी हटेगी, अफसर करेंगे कंट्रोल
डीआरएम सिंह ने बताया कि इंटरलॉकिंग के चलते दो ट्रेनें आमने-सामने नहीं आ सकतीं। नॉन इंटरलॉकिंग के दौरान सिग्नल का कंट्रोल कम हो जाता है। पूरा काम मानवीय दृष्टि से करना पड़ता है। ऐसे में हादसे की आशंका रहती है। इसलिए सूक्ष्मता और सतर्कता आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ब्लॉक के दौरान जिस रूट पर काम चलेगा, उस समय उस रूट से ट्रेनों का आवागमन नहीं होगा।
आखिरी तीन दिन होते हैं अहम
डीआरएम सिंह ने बताया कि नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के अंतिम तीन दिन अहम होंगे। इस दौरान पूरा मानवीय कंट्रोल होगा। उन्होंने बताया कि आम दिनों में स्टेशन मास्टर डिस्प्ले से ट्रेनों को प्लेटफॉर्म पर ला सकता है, लेकिन नॉन इंटरलॉकिंग के आखिरी तीन दिन पूरी तरह से मानवीय आधारित होते हैं। इस दौरान स्टेशन मास्टर और अधिकारी-कर्मचारी फील्ड पर रहेंगे। दो किमी एरिया यार्ड में 14 गुमटियां बनाई जांएगीं। इनमें 24 घंटे स्टेशन मास्टर गार्ड और प्वाइंटमैन तैनात होंगे। तीन दिन ये ही प्वाइंट्स को चलाएंगे।
शॉर्ट टर्मिनेट होंगी ये ट्रेनें
12181-12182 जबलपुर-अजमेर, कोटा तक आएगी-जाएगी
12191-12192 निजामुद्दीन-जबलपुर श्रीधाम मदन महल से आएगी-जाएगी
22191-22192 इंदौर-जबलपुर ओवर नाइट मदन महल तक आएगी-जाएगी
22187-22188 हबीबगंज-जबलपुर मदन महल आएगी-जाएगी
22189-22190 जबलपुर-रीवा-जबलपुर अधारताल से आएगी-जाएगी
11651-1652- जबलपुर-सिंगरौली-जबलपुर अधारताल से आएगी-जाएगी
51701-51702 रीवा शटल मदन महल से शुरू होगी मदन महल में ही होगी बंद
51708 नैनपुर पैसेंजर जबलपुर के बजाय मदन महल तक आएगी
ये ट्रेनें रहेंगी डायवर्ट
15548-15547 एलटीटी जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस डायवर्ट होकर इटारसी -बीना-कटनी होकर आएगी-जाएगी
15559-15560 दरभंगा-अहमदाबाद जनसाधारण डायवर्ट होकर इटारसी-बीना-कटनी होकर आएगी-जाएगी
15564-15563- उधना-जयनगर अंत्योदय डायवर्ट होकर इटारसी-बीना-कटनी होकर आएगी-जाएगी
अधारताल स्टेशन के लिए व्यवस्थाएं
– मुख्य रेलवे स्टेशन से अधारताल तक चलेंगी जेसीटीएसएल की मेट्रो बसें
– अधारताल के प्लेटफॉर्म नम्बर- एक से आएंगी-जाएंगी ट्रेनें
– अधारताल पर लगाई गई हैं दो ऑटोमैटिक टिकट मशीन
– वॉटर कूलर और शौचालय का निर्माण
– 24 घंटे तैनात रहेंगे अधिकारी-कर्मचारी, जारी होगा हेल्पलाइन नम्बर
– अंडर पास से निकल सकेंगे दोपहिया और चार पहिया वाहन
– सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफॉर्म पर लगाए गए हैैं शेड
– यात्रियों को जानकारी देने के लिए डिस्प्ले बोर्ड, बसों और ट्रेनों की टाइमिंग भी होगी प्रदर्शित
ये होती है परेशानी
– छह पिटलाइन हैं, ये सभी प्लेटफॉर्म चार, पांच और छह प्लेटफॉर्म एक से जुड़ी हैं
– ट्रेनों को एक साथ प्लेटफॉर्म पर लेने और छोडऩे में परेशानी
– कटनी से आने वाली गाडिय़ां तीन, चार और पांच पर लाना है, तो छह पर कटनी जाने वाली कोई ट्रेन नहीं ले पाते, गाडिय़ां आउटर पर खड़ी होती हैं
– ट्रेनों को पिटलाइन में ले जाकर मेंटेनेंस करना पड़ता है, शंटिग में परेशानी होती है, स्विच पर मशीन प्वाइंट नहीं आ पाते।
– मुम्बई जाने वाली ट्रेनें केवल प्लेटफॉर्म-एक से जाती हैं, यदि मुम्बई जाने वाली कोई ट्रेन प्लेटफॉर्म पर है, तो दूसरी ट्रेन को आउटर पर रोकना पड़ता है
ये होंगे फायदे
– सभी प्लेटफॉर्म पर एक साथ ट्रेनें आ और जा सकेंगी
– इटारसी से कटनी की ओर जाने वाली ट्रेनें प्लेटफॉर्म-छह पर रहती हैं, प्लेटफॉर्म-तीन, चार और पांच से इटारसी आने-जाने वाली ट्रेन आ-जा सकती है
– कटनी की ओर से इटारसी की ओर जाने वाली ट्रेनें यदि प्लेटफॉर्म-2 पर आती हैं, तो कटनी की तरफ जाने वाली ट्रेनों को तीन, चार और पांच नम्बर प्लेटफॉर्म से छोड़ा जा सकेगा
– प्लेटफॉर्म एक, दो और तीन से और दो प्लेटफॉर्म तीन, चार, पांच, छह से जुड़ जाएगा।
– 269 मीटर का प्लेटफॉर्म क्रमांक एक ए शुरू कर पाएंगे। यह प्लेटफॉर्म दस कोचों की ट्रेन के लिए शुरू किया जा रहा है। यहां से नैनपुर आने-जाने वाली ट्रेनों का संचालन होगा।
– नया आरआरआइ रूट रिले इंटरलॉकिंग 412 प्वाइंट का है, वह भी इंस्टॉल होगा।