प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन कॉलेज और छात्र-छात्राओं की सुविधानुसार होता है। एक नर्सिंग कॉलेज में एक दिन में चार से अधिक विषय की परीक्षा कराने की जानकारी सामने आयी थी। सभी एग्जामनर विषय विशेषज्ञ है। मामले में डीन नर्सिंग से अभिमत मांगा गया है। फिर भी छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए एक साथ ज्यादा विषय की प्रायोगिक परीक्षा न कराएं यह कहा गया है।
– प्रो. आरएस शर्मा, कुलपति, मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय