1 मिनट लेट मतलब लेट
पटवारी परीक्षा के कई उम्मीदवार परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में लेट हो गए। इन्हें प्रवेश की अनुुमति देने से केंद्र प्रभारियों ने इनकार कर दिया। इस पर कई केंद्रों में उम्मीदवार नाराज हो गए। इन उम्मीदवारों का आरोप है कि यातायात साधन के अभाव में उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कुछ विलंब हो गया। कुछ उम्मीदवारों का कहना है कि वे महज 1 मिनट विलंब से पहुंचे थे, लेकिन उन्हें भी बाहर रोक दिया। इसके चलते वे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए।
नियम को लेकर विवाद
खमरिया स्थित प्रीमियर इंस्टीट्यूट सहित कुछ कॉलेजों में उम्मीदवारों ने प्रबंधन पर तानाशाही का आरोप लगाया। यहां परीक्षा हॉल में प्रवेश के नियम और समय को लेकर प्रबंधन के प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों के बीच तीखी बहस हुई। उम्मीदवारों का आरोप है कि सुबह की पारी में 8 बजे प्रवेश दिया जाना चाहिए। लेकिन परीक्षा केंद्रों में कैंपस के बाहरी गेट को उससे पहले ही बंद कर दिया जाता है। इस कारण उम्मीदवार समय पर पहुंचने के बावजूद परीक्षा से वंचित हो रहे है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि एमपीपीईबी से प्राप्त निर्देशों के अनुसार परीक्षा संपन्न कराई जा रही है।
मौसम की मार
मौसम के अचानक करवट लेने का असर सोमवार को पटवारी परीक्षा पर भी पड़ा। ठंड बढऩे के कारण आसपास के शहरों से आने वाले वाहन कुछ विलंब से पहुंचे। वहीं, पब्लिक ट्रंासपोर्ट के वाहन भी आंशिक विलंब से गंतव्य के लिए रवाना हुए। परीक्षार्थियों का कहना है कि ठंड बढऩे के कारण सुबह से सड़क पर पर्याप्त संख्या में पब्लिक ट्रंासपोर्ट के वाहन नहीं थे। इस कारण उन्हें परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में परेशानी से गुजरना पड़ा। बड़ी मुश्किल से वे ऐन वक्त पर परीक्षा केंद्र तक पहुंच पाए।
भटकने से हो रहे लेट
पटवारी भर्ती के लिए एमपीपीईबी द्वारा ऑनलाइन टेस्ट लिया जा रहा है। ऑनलाइन टेस्ट के लिए अधिकांश इंजीनियर कॉलेज केंद्र निर्धारित किए गए है। ये ज्यादातर कॉलेज शहर की बाहरी सीमाओं पर स्थित है। इन कॉलेजों तक पहुंचने के लिए बाहर से आने वाले उम्मीदवारों को परेशानी से गुजरना पड़ता है। कुछ कॉलेज मुख्य मार्ग के अंदर स्थित है। ऐसे में बाहर से आने वाले उम्मीदवार इन कॉलेजों की तलाश में कई बार भटक रहे है। इससे परीक्षा केंद्र में पहुंचने में उन्हें आंशिक विलंब हो जाता है। इसके चलते परीक्षा से वंचित हो रहे है।