शर्तों के साथ मिलता है खाना
माध्यमिक शिक्षा मंडल के अनुसार मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत आने वाले बच्चों से थाली धुलवाए जाने का प्रावधान नहीं है, लेकिन शहपुरा ब्लॉक के ग्राम धरती कछार के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल में ऐसा हो रहा है। जब बच्चों से बात की गई तो उनका कहना था कि शिक्षक इस शर्त के साथ मध्याह्न भोजन देते हैं कि उन्हें थाली भी धोनी पड़ेगी।
मीनू की अनदेखी
स्कूलों में बच्चों को मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन मिलना चाहिए, लेकिन बच्चों को मूंग की दाल, हरे-सूखे मटर और चने की सब्जी की जगह समूह द्वारा पतली दाल और आलू टमाटर की अधकच्ची सब्जी थालियों में परोसी जा रही है।
शौचालय साफ कर रहे थे बच्चे
कक्षा में पढऩे की बजाय शिक्षिका के आदेश पर दो बच्चे हाथ से शौचालय साफ करते हुए दिखाई दिए। बच्चों से पूछने पर उन्होंने बताया कि बड़ी मैडम ने उन्हें शौचालय साफ करने के लिए कहा था। बच्चों के साथ किए जा रहे इस व्यवहार के लिए जब जिला परियोजना अधिकारी से पूछा गया तो उनका कहना था कि कई बार बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन इसमें शिक्षक भी सफाई करते हैं और आगे रहकर बच्चों को स्वच्छता के संबंध में सिखाते हैं।
स्कूल में बच्चों को मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन दिया जा रहा है। बच्चों से भोजन की जूठी थालियां नहीं धुलवाई जाती हैं।
राकेश पटेल, प्रधानाध्यापक, शासकीय माध्यमिक स्कूल धरती कछार
शासकीय माध्यमिक और प्राथमिक शाला धरती कछार में बच्चों से मध्याह्न भोजन की जूठी थालियां धुलवाने और शौचायल साफ करने की जानकारी आपसे प्राप्त हुई है। मै स्वयं जाकर निरीक्षण कर जांच करूंगा और ऐसा पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
आरपी चतुर्वेदी, डीपीसी