इंद्राना चौकी प्रभारी राजेश धुर्वे ने बताया कि सूचना मिली थी कि इंद्राना के बरा मोहल्ले में एक घर से अवैध तरीके से दवाइयां और कफ सिरप बेचा जा रहा है। पुलिस ने जब मौके पर छापा मारा तो घर में शालू मिश्रा (27) मिली। कमरे की जांच करने पर वहां कार्टून में दवाइयां भरी हुई थीं। पुलिस ने कमरे को सील करने के बाद सम्बंधित दवाइयों की जांच के लिए बीएमओ मझौली और ड्रग इंस्पेक्टर जबलपुर को मौके पर बुलाया। ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल और बीएमओ मझौली डॉ. पारस ठाकुर ने जांच की तो कार्टून में 42 शीशी कफ सिरप मिले। इसके अलावा करीब आठ बोरियों में अलग-अलग कम्पनियों की दवाइयां मिली हैं। पूछताछ करने पर शालू मिश्रा ने बताया कि उसके पिता उमापति मिश्रा डॉक्टर थे। करीब डेढ़ साल पहले उनका निधन हो गया और यह दवाइयां घर में रखी हुई थीं। घर में रखे कफ सिरप और दवाइयों को वह गांव में बेचती थी।
युवती के पास नहीं था ड्रग लाइसेंस
पुलिस ने बताया कि युवती के पास घर में रखी हुई दवाइयों के स्टॉक का बिल नहीं था, साथ ही इनके विक्रय का कोई लाइसेंस भी उसके पास से नहीं मिला। पुलिस ने युवती के खिलाफ मप्र ड्रग कंट्रोल अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए उसे हिरासत में लिया है।
इंद्राना कस्बे के बरा मोहल्ले से एक घर में अवैध तरीके से स्टॉक की गई दवाइयां और कफ सिरप बरामद किया गए हैं। युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है।
समीर खान, थाना प्रभारी, मझौली