बाजार में खरीदी के लिए कुछ विशेष मुहूर्त होते हैं। कारोबारियों को भी इस समय का इंतजार रहता है। करवाचौथ व्रत इसमें एक है। पति की लंबी उम्र के लिए इस व्रत का महत्व ज्यादा होता है। इस त्यौहार में नए वस्त्र की परंपरा रही है। वहीं आभूषण और दूसरी चीेजें उपहार के रूप में देने का चलन भी बढ़ गया है। इसलिए बाजार भी चमक उठता है। ज्यादा बिक्री आभूषण और कपड़ा बाजार में होती है। न केवल साड़ी बल्कि सूट भी खूब बिकता है।
कम वजन के गहने पहली पसंद
सराफा बाजार में कम वजन के गहनों की खूब मंांग है। कई नामी कंपनियां त्योहार को ध्यान में रखकर इस तरह की ज्वेलरी को डिजाइन करती हैं। इनकी बुकिंग भी एक महीन पहले हो जाती है। पहले कुछ प्रमुख गहने कम वजन में बनाए जाते थे लेकिन अब अमूमन सभी प्रकार के आभूषण बनने लगे हैं। आभूषण विक्रेता आभाष भूरा का कहना है कि कम वजन में कंगन, चूड़ी, नेकलेस सेट, ब्रेसलेट, अंगूठी और ईयर रिंग ज्यादा पसंद की जा रही हैं। एक अनुमान के मुताबिक रोजाना 3 से 4 करोड़ का कारोबार आभूषण बाजार में होता है। यह अब 6 करोड़ तक पहुंच रहा है। ज्यादातर गहने सोने से बने होते हैं। वहीं चांदी के गहनों में पायल ही ज्यादा पसंद की जाती है।
सिंथेटिक सिल्क का बढ़ा चलन
साड़ी बाजार में रौनक बढ़ गई है। ज्यादातर महिलाओं ने एक सप्ताह पूर्व ही अपनी पसंद की साडिय़ां खरीद ली हैं। इस सीजन में चमकदार और डिजाइनदार साडिय़ों की बहुत मांग है। साड़ी विक्रेता सतीश जैन बताते हैं कि अभी सूरत की साडिय़ों का चलन बढ़ा है। सिंथेटिक सिल्क और जयपुर सिफॉन के अलावा दूसरी साडिय़ां महिलाओं की पसंद में शामिल हैं। इसी प्रकार जयपुर, बनारस, कोलकाता और दूसरी जगहों की डिजाइनर एवं रंगों की साड़ी का कारोबार बढ़ गया है। 1 से 5 हजार रुपए तक की साडिय़ों की बिक्री ठीक है। इसी प्रकार प्लेन पर बॉडर, रिच पल्ला, केटलॉग की साडिय़ां भी चलन में हैं। एक अनुमान के मुताबिक साडिय़ों का रोजाना कारोबार भी 2 से 3 करोड़ को हो रहा है।
इनकी बिक्री भी
सेलफोन- सोना चांदी के गहनों के अलावा सेलफोन और लैपटॉप की मांग भी सामान्य दिनों से ज्यादा रहती है। कारोबारी अमित जैन का कहना है कि अब नया टे्रंड चला है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी उपहारा का बड़ा माध्यम बन गया है।
बेनटैक्स- ज्यादा चमक, कम कीमत हजारों डिजाइन की बेनटेक्स ज्वेजरी की मांग बाजार में बढ़ गई है। विक्रेता किरण अग्रवाल का कहना है कि इस धातु के गहने खूब पसंद किए जाते हैं। हजारों डिजाइन के गहने कंपनियों ने बनाए हैं।
चूडिय़ां- कांच और लाख की चूडिय़ों का बाजार भी खनक उठा है। कोतवाली, लॉर्डगंज, गंजीपुरा सहित अन्य जगहों पर महिलाओं की भीड़ रंग-बिरंगी और नई डिजाइन की चूडिय़ों की दुकानों पर हो रही है।