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हम शरीर के लिए लड़ते हैं, छोड़ देते हैं आत्मज्ञान को

locationजबलपुरPublished: May 20, 2019 12:54:10 am

Submitted by:

Sanjay Umrey

दयोदय तीर्थ में आचार्यश्री विद्यासागर के मंगल प्रवचन

aachary vidhyasagar maharaj

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जबलपुर। दयोदय तीर्थ में रविवार को आयोजित मंगल प्रवचन में आचार्य विद्यासागर ने कहा, ‘हम उचित छोड़ कर अनुचित के लिए लड़ते हैं। हम शरीर के लिए लड़ते हैं। जबकि, आत्मज्ञान को छोड़ देते हैं। यह भेद विज्ञान है। इसे समझ कर सही मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।’ आचार्यश्री ने चिडिय़ा का उदाहरण देते हुए समझाया कि जब हम भगवान के समक्ष अक्षत यानी चावल अक्षय पद की कामना के साथ चढ़ाएं, तभी वहां पर एक चिडिय़ा आ गई। उसने तो कोई त्याग नहीं किया था और अक्षत खाने के प्रयास में लग गई। उसी समय उसे लगा कि दूसरी चिडिय़ा भी आ गई, भोजन के लिए दोनों में संघर्ष होने लगा। एक चिडिय़ा दूसरी चिडिय़ा को पीछे धक्का मार रही थी और दूसरी चिडिय़ा अपनी रक्षा के लिए उसे चोंच मार रही थी। खुद घायल हो रही थी। गुस्से के मारे घायल चिडिय़ा ने कहा अब मैं छोडूंगी नहीं, लड़ाई करते-करते वह गिर गई। दोनों ही लड़ते हुए गिर पड़ीं। इनमें सिर्फ देखने की क्षमता बची थी। उसने मान लिया कि दो हैं तो दो हैं, लेकिन असल में एक ही चिडिय़ा अपनी चमकदार आईने में छवि देख कर उससे ही लड़ रही थी। इसी तरह हम भी कई बार मान लेते हैं कि चिडिय़ा चावल खाने के स्थान पर दर्पण में बिम्ब देखकर भोजन छोडकऱ लडऩे लगती है।
भगवती उपासना से शत्रुओं का नाश
संस्कारधानी में हो रहे मांगलिक कार्यों के तारतम्य में सिविक सेंटर स्थित शंकराचार्य मठ बगलामुखी मंदिर में रविवार को संतों के सान्निध्य में पंच पर्व महोत्सव की पूर्णाहुति की गई। शंकराचार्य के निजी सचिव ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद, दंडी स्वामी कालिकानंद, ब्रह्मचारी चैतन्यानंद ने महाआरती की। जबकि, एक दिन पहले शनिवार को वैशाख पूर्णिमा को भगवती का विशेष पूजन अर्चन किया गया।
ब्रह्मचारी स्वामी सुबुद्धानंद ने प्रवचन में कहा, वैशाख माह अत्यंत पुनीत है।
इसी महीने में अक्षय तृतीया, भगवान नरसिंह का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है। यह ऋषि माह है। पूर्णिमा के मौके पर पांच दिन महाआरती की गई है। बगलामुखी भगवती की उपासना से शत्रुओं का नाश होता है। भगवती के प्रसन्न होने पर भक्तों को विजय एवं सफलताएं प्राप्त होती हैं।
इस मौके पर राजेंद्र शास्त्री, वासुदेव शास्त्री, भारत सिंह यादव, मधु यादव, मनोज सेन, बीके पटेल, अभिजीत त्रिपाठी, डॉ. अभिजात त्रिपाठी, ब्रजेश दुबे, शशिकांत तिवारी, हेमंत मिश्रा, प्रीति अग्रवाल उपस्थित थे।
साकेतधाम में आज होगी बैठक
वहीं ग्वारीघाट स्थित साकेतधाम में रविवार सुबह 11.30 बजे मां नर्मदे हर सेवा समिति की बैठक होगी। साकेतधाम के अधिष्ठाता एवं समिति के अध्यक्ष स्वामी गिरीशानंद सरस्वती ने बताया, मां नर्मदा, क्षिप्रा, मंदाकिनी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा, स्वामी डॉ. श्यामदेवाचार्य भी शामिल होंगे। अविरल एवं निर्मल मां नर्मदा के ऊपर प्रस्तावित झूला पुल के प्रभाव एवं प्रदूषण पर चर्चा की जाएगी। आमसभा में उपाध्यक्ष आचार्य डॉ. कृष्णकांत चतुर्वेदी, सचिव एड. महेंद्र पटेरिया, सहसचिव रोहित दुबे, सुशीला पचौरी, सुशीला सिंह, मनीष दुबे, नीरज पटेरिया, अशोक रंगा, रमेश नवेरिया एवं सावल दास खत्री उपस्थित रहेंगे।
गौ पूजन करेंगे बाबा
मां नर्मदा, क्षिप्रा, मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कम्यूटर बाबा सोमवार को शहर आएंगे। वे सुबह 11 बजे भानतलैया स्थित गोसेवा केंद्र में गौ पूजन करेंगे।

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