सदर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज फुटबॉल ग्राउंड में शनिवार को हुई सभा में उन्होंने प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना था कि प्रदेश में 15 साल राज करने के बाद 53 दिनों में हिसाब मांगना कहा तक उचित है। हमें बिखरा प्रदेश मिला। इसे सुधारने में लगे हैं। हमारी प्राथमिकता किसान और नौजवानों का भविष्य सुधारना है। उनका कहना था कि किसान के हाथ मजबूत होंगे अर्थव्यवस्था सुधरेगी।
कृषि उत्पाद का करेंगे मैनेजमेंट
नौजवानों के कंधे मजबूत होंगे तो देश विकास करेगा। मुख्यमंत्री का कहना था कि कृषि क्षेत्र में उत्पादन तो बढ़ रहा है लेकिन उसका मैनेजमेंट कैसे किया जाए यह बड़ी चुनौती है। किसानों को नफा हो, इसके लिए कृषि नीति में प्रावधान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आगामी 16 दिनों के भीतर प्रदेश के 25 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जा रहा है।यह बड़ा बदलाव है। उन्होंने कहा कि नए नजरिए से मध्यप्रदेश के विकास का नक्शा बनाना है। इसके लिए व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।
नौजवानों के कंधे मजबूत होंगे तो देश विकास करेगा। मुख्यमंत्री का कहना था कि कृषि क्षेत्र में उत्पादन तो बढ़ रहा है लेकिन उसका मैनेजमेंट कैसे किया जाए यह बड़ी चुनौती है। किसानों को नफा हो, इसके लिए कृषि नीति में प्रावधान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आगामी 16 दिनों के भीतर प्रदेश के 25 लाख किसानों का कर्जा माफ किया जा रहा है।यह बड़ा बदलाव है। उन्होंने कहा कि नए नजरिए से मध्यप्रदेश के विकास का नक्शा बनाना है। इसके लिए व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।
जबलपुर में मिलती है नई ऊर्जा
कमलनाथ ने भाषण की शुरूआत जबलपुर से की। उनका कहना था कि यहां आकर ऊर्जा मिलती है। वैसे मुझे इसकी जरुरत नहीं है लेकिन नई ऊर्जा मिल जाए तो बुराई भी नहीं है। शहर मे कैबिनेट की बैठक करने का उद्देश्य यही कि बीते 50 सालों से उपेक्षित जबलपुर शहर के इतिहास को बदला जा सके। इंदौर बदला, भोपाल में सुधार हुआ, लेकिन जबलपुर कई कारणों से इन शहरों की तरह विकास नहीं कर पाया। न केवल जबलपुर बल्कि महाकोशल को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
कमलनाथ ने भाषण की शुरूआत जबलपुर से की। उनका कहना था कि यहां आकर ऊर्जा मिलती है। वैसे मुझे इसकी जरुरत नहीं है लेकिन नई ऊर्जा मिल जाए तो बुराई भी नहीं है। शहर मे कैबिनेट की बैठक करने का उद्देश्य यही कि बीते 50 सालों से उपेक्षित जबलपुर शहर के इतिहास को बदला जा सके। इंदौर बदला, भोपाल में सुधार हुआ, लेकिन जबलपुर कई कारणों से इन शहरों की तरह विकास नहीं कर पाया। न केवल जबलपुर बल्कि महाकोशल को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
विश्वास को अधूरा मत छोडऩा प्रदेश के मुखिया ने आगामी लोकसभा चुनाव की तस्वीर भी खींची। उनका कहना था कि आज का मतदाता समझदार है। उसने भाजपा की 15 साल की नीतियों को भांप लिया था। इसलिए उन्होंने हम पर विश्वास जताया। इसलिए हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि हमारी नीति और नीयत में अंतर नहीं आएगा। इसलिए आने वाले छह-सात सप्ताह बाद हमारा इंतेहान नहीं लेना। अपना विश्वास अधूरा मत छोडऩा। आपका यही विश्वास हमारी ताकत है।