सोमवार को करकबेल-श्रीधाम के बीच रेल ट्रैक पर पेड़ गिर जाने से ओएचई लाइन टूट गई थी जिससे करीब एक दर्जन ट्रेनें जहां थीं वहीं खड़ी हो गईं। ट्रेनों को बीच रास्ते में घंटों रोक दिये जाने से उनमें सवार यात्री रेल मंत्री को ट्वीट करने पर भी समय पर नहीं पहुंच पाए, जिससे कनेक्टिंग शक्तिपुंज और एनजेपी स्पेशल ट्रेन अपने यात्रियों को लिये बगैर ही रवाना हो गई। जानकारी के अनुसार श्रीधाम-करकबेल स्टेशन के बीच अचानक से आई तेज आंधी-तूफान से रेल ट्रैक में पेड़ गिर गया, जिससे ओएचई लाइन टूट गई। इस घटना के बाद डाउन ट्रैक पर आ जा रहीं ट्रेनों को बीच रास्ते के स्टेशनों पर खड़ा कर दिया गया। रेल ट्रैक पर घंटों खड़ी होकर प्रभावित हुईं ट्रेनों में लगभग तीन सैकड़ा ऐसे यात्री भी सवार थे जिन्हें जबलपुर से हावड़ा की ओर जाने वाली शक्तिपुंज और न्यू जलपाईगुड़ी की स्पेशल ट्रेन से आगे रवाना होना था।
ट्रेनें रुकी होने से कुछ यात्रियों ने रेल मंत्री पीयूष गोयल व रेल अफसरों को ट्वीट कर शक्तिपुंज एक्सप्रेस रोकने का आग्रह किया। ट्वीट के बाद रेल अधिकारियों ने रात में 11.30 बजे रवाना होने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस को एक घंटे बाद री-शेड्यूल कर 12.30 बजे रवाना किया गया। इसके बाद भी दोनों ट्रेनों के तीन सैकड़ा से अधिक यात्री जबलपुर में ही छूट गए। जिससे गुस्साए यात्रियों ने देर रात स्टेशन पर हंगामा किया। मुसाफिरों के हंगामे के बाद उन्हें दूसरी ट्रेन में किसी तरह आगे की ओर रवाना किया गया।
लगे कई घंटे
रेल ट्रैक पर पेड़ गिरने से ओएचई लाइन टूट जाने की इस घटना से रेल यातायात को बहाल होने में कई घंटों का वक्त लग गया। मंगलवार को भी रेल अमले ने ट्रैक किनारे लगे झाड़-पेड़ की छंटाई का काम किया। इसके साथ ही ओएचई लाइन की मरम्मत का काम भी घंटों किया गया, ताकि आगे ऐसी किसी भी घटना से बचा जा सके।