छतरपुर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद करीम की ओर से यह याचिका दायर की गई। कहा गया कि छतरपुर में खेल की गतिविधियों के लिए एकमात्र मैदान शासकीय बाबूलाल चतुर्वेदी स्टेडियम है, लेकिन इस स्टेडियम को आए दिन खेल गतिविधियों के अलावा सामाजिक, सांस्कृतिक व अन्य आयोजनों के लिए किराए पर दे दिया जाता है। इसके चलते खेल संबंधी गतिविधियां प्रभावित होती हैं। खिलाडि़यों को परेशानी होती है। इसे रोका जाए।
जबलपुर के शिवाजी ग्राउंड के मामले के साथ होगी सुनवाई
अधिवक्ता राजमणि मिश्रा ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट व मप्र हाईकोर्ट के पूर्वादेशों के अनुसार खेल मैदान का अन्य किसी गतिविधि के लिए उपयोग वर्जित है। इसके बावजूद महज लाभ कमाने के लिए स्टेडियम को किराए पर दिया जा रहा है। सरकार की ओर से बताया गया कि जबलपुर के सदर स्थित शिवाजी ग्राउंड को लेकर एक अन्य याचिका हाईकोर्ट के समक्ष लंबित है। इस पर कोर्ट ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर याचिका की सुनवाई उक्त लंबित मामले के साथ करने के निर्देश दिए।
अधिवक्ता राजमणि मिश्रा ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट व मप्र हाईकोर्ट के पूर्वादेशों के अनुसार खेल मैदान का अन्य किसी गतिविधि के लिए उपयोग वर्जित है। इसके बावजूद महज लाभ कमाने के लिए स्टेडियम को किराए पर दिया जा रहा है। सरकार की ओर से बताया गया कि जबलपुर के सदर स्थित शिवाजी ग्राउंड को लेकर एक अन्य याचिका हाईकोर्ट के समक्ष लंबित है। इस पर कोर्ट ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर याचिका की सुनवाई उक्त लंबित मामले के साथ करने के निर्देश दिए।