सबसे ज्यादा जरुरत-
ऊपरी मंजिल पर होने के कारण चौथी मंजिल में गर्मी के कारण गर्मी का असर अधिक होता है। यहां लगे सामान्य पेयजल के नल धूप बढऩे के साथ ही गर्म पानी उगलते है। भर्ती मरीज और उसके परिजन को प्यास लगने पर ठंडे पानी की जरुरत होने पर नीचे जाना पड़ता है। सूत्रों के अनुसार प्रबंधन की ओर से कुछ विभागों को आरओ-वाटर कूलर आवंटित किए गए है। लेकिन यह विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के नियंत्रण में है। इसका फायदा मरीज और उनके परिजनों को नहीं मिल रहा है। अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी के अनुसार जायजा लेकर मरीजों के जरुरत के अनुसार ठंडे पानी के लिए व्यवस्था की जाएगी। परेशानी न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
अकेला छोडऩा पड़ता है, विवाद होता है
पिपरिया से आयी कला बाई के अनुसार उनके पति चौथी मंजिल में भर्ती है। यहां नल से गर्म पानी निकलता है। पति की हालत एेसी नहीं है कि उन्हें छोडक़र जा सकें। इसलिए ठंडे पानी के लिए आसपास में भर्ती मरीज के परिजनों से कहकर मंगवाती है। इंद्राणा निवासी राजकुमार के अनुसार ठंडे पानी का वाटर कूलर नीचे ओपीडी के पास है। मरीज को अकेले छोडक़र जाने में डर लगता है। गलती से गेट पास भूल जाओ और वाटर कूलर से पानी लेकर लौटों तो सुरक्षा कर्मी रोक लेते है। तब बड़ी दिक्कत हो जाती है।
ये है स्थिति
– 05 वार्ड है चौथी मंजिल में है
– 02 सौ के लगभग बिस्तर है
– 01 हजार से अधिक लोगों का आना-जाना होता है
– 02 सार्वजनिक वाटर कूलर है भूतल में