याचिकाओं में इवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि इसमे कई गड़बडिय़ां हुईं। इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से भी की गई। लेकिन इन शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। यही वजह है कि याचिकाकर्ताओं को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी। याचिकाओं में चुनाव व चुनाव प्रक्रिया में अन्य कई गड़बडिय़ों का भी आरोप लगाया गया है।
मतदाता ने भी लगाई याचिका
19 याचिकाएं 17 सांसदों के खिलाफ दायर हुईं। इनमें से ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर व बालाघाट सांसद ढालसिंह बिसेन के खिलाफ दो-दो याचिकाएं हैं। 16 याचिकाएं पराजित कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से दायर की गई हैं। दो याचिकाएं अन्य पराजित बसपा व राष्ट्रवादी रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशियों की ओर से दायर की गईं। भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह के निर्वाचन को एक मतदाता ने चुनौती दी है।