माघ माह की पूर्णिमा पर मंदिर बंद
अध्यात्मिक साधना के दृष्टि से महत्वपूर्ण माघ माह की पूर्णिमा ३१ जनवरी को मंदिरों के पट बंद रहेंगे। इस दिन १२ घंटे चन्द्रग्रहण एवं सूतक रहेगा। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार सूतक और ग्रहण काल में पवित्र नदी में स्नान व मूर्ति स्पर्श वर्जित है। एेसी स्थिति में पूर्णिमा तिथि में स्नान-दान का पुण्य और मंदिर में भगवान विष्णु और शिव की उपासना के लिए सुबह ८.१७ बजे तक विशेष समय है। हालांकि ग्रहण के मोक्ष के बाद रात ८.४० के बाद स्नान-दान करने वाले लोगों को पूर्णिमा और ग्रहण दोनों के पुण्य अर्जित होंगे।
देशभर मेंं दिखाई देगा चंद्रग्रहण
ज्योतिर्विद जनार्दन शुक्ला ने बताया कि उक्त तिथि पर खग्रास चन्दग्रहण है जो पूरे भारत में दिखाई देगा। ग्रहण का स्पर्श शाम ५.१७ बजे होगा। सूतक काल सुबह ८.१७ बजे प्रारम्भ हो जाएगा। बालक, वृद्ध और रोगियों के लिए दोपहर २.१७ बजे से सूतक माना जाएगा। ग्रहण के दौरान मूर्ति स्पर्श, भोजन, स्नान करना वर्जित है। जबकि, मंत्र जाप करने पर कई गुना फल प्राप्त होता है। वर्ष २०१८ में पांच ग्रहण पड़ेंगे। केवल दो चन्द्रग्रहण की भारत में दिखाई देंगे। तीन खंडग्रास सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे। दूसरा चन्द्र ग्रहण अषाढ़ पूर्णिमा २७ जुलाई को होगा।
राशियों पर पड़ेगा इस तरह असर
इस खगोलीय घटना का ज्योतिषिय महत्व भी है। खग्रास चन्दग्रहण का सभी जतकों पर अच्छा-बुरा प्रभाव पड़ेगा। कर्क एवं सिंह राशि के जातकों पर चन्द्रग्रहण का प्रभाव अनिष्टकारी होगा। मिथुन, धनु, मकर राशि पर अशुभ, वृश्चिक, मीन व मेष राशि पर मध्यम एवं वृष, कन्या, तुला व कुम्भ राशि के जातकों पर शुभ प्रभाव होगा।