प्राचार्यों की बैठक
पुलिस कन्ट्रोलरूम जबलपुर में स्टूडेंट पुलिस कैडिट (एस.पी.सी.) योजना संचालन हेतु पुलिस अधीक्षक जबलपुर अमित सिंह द्वारा प्राचार्यों की बैठक ली गयी। इसमें अति. पुलिस अधीक्षक शहर राजेश कुमार त्रिपाठी, डॉ. संजीव उइके, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी सहित योजना हेतु चयनित किये गये 15 शासकीय स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे।
हर स्कूल को राशि
नोडल अधिकारी अति.पुलिस अधीक्षक साउथ डॉ संजीव उइके ने जानकारी देते हुये बताया कि पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने ली चयनित किये गये शासकीय स्कूलों के प्राचार्यो की बैठक योजना को कियान्वित करने के लिये प्रत्येक चयनित स्कूल को 50 हजार रूपये प्रतिवर्ष दिये जायेंगें जिसमे 16 हजार रूपये प्रशिक्षण हेतु, उपकरण क्रय करने के लिये, 24 हजार रूपये आउट डोर गतिविधियों के लिये तथा 5 हजार रूपये प्रशिक्षण एवं आकस्मिक कार्य के लिये विभाजित किये गये है। प्रत्येक स्कूल से आठवीं-नवमीं में अध्यनरत 20-20 छात्र-छात्राओं का चयन कर सम्मलित किया जायेगा।
व्यक्तित्व विकास पर जोर
पुलिस अधीक्षक जबलपुर अमित सिंह ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य स्कूल विद्यार्थियो में व्यक्तित्व विकास, मूल अधिकार एवं नैतिक कार्तव्यों का पालन कर कानूनी प्रावधानों के साथ नागरिकों के सम्मान की रक्षा करना और सामाजिक दायित्व के लिये जिम्मेदार, अनुशासित, संस्कारिक और चरित्रवान नागरिक बनाना है। इससे स्कूलो मे विद्यार्थी एवं पुलिस के बीच सामंजस्य की शुरूआत होगी।
पाठ्यक्रम भी तैयार
इस योजना अन्तर्गत विद्यार्थियो के लिये बीपीआरएण्ड डी के द्वारा पाठ्यक्रम तैयार किया गया है, बीपीआरएण्ड डी की साईट पर एसपीसी की हेण्डबुक तथा अन्य जानकारी उपलब्ध है। प्रत्येक राज्य अपनी संस्कृति और परम्परा के आधार पर कोर्स में आवश्यक परिवर्तन कर सकते है, निर्धारित विषयों पर स्थानीय विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, सेवा निवृत्त अधिकारी के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा।
इन स्कूलों का चयन
योजना तहत शासकीय कन्या उमावि करौंदी, शायकीय उमावि गौरैयाघाट, शा.प.ल.झा. उत्कृष्ठ उमावि जबलपुर, शासकीय उमावि अधारताल, शासमय उमावि तमरहाई, शासकीय म.ल.बई कन्या उमावि, शासकीय उमावि. सहशिक्षा गढ़ा, रानी दुर्गावती कन्या उमावि. गढ़ा, शासकीय कन्या उमावि. व्यौहारबाग, शासकीय उमावि घमापुर, शासकीय कन्या हाइस्कूल वीकल, शासकीय हाइस्कूल पचपेढ़ी, शासकीय हाइस्कूल कटियाघाट, शासकीय हाइस्कूल बेलबाग, शासकीय हाइस्कूल रामपुर समेत शहर के १५ शासकीय स्कूलों को शामिल किया गया है।