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एेसा फेंकता था जाल, फंस जाती थी महिलाएं

locationजबलपुरPublished: Apr 07, 2019 11:07:58 pm

Submitted by:

santosh singh

ग्वारीघाट पुलिस की कार्रवाई में खुलासा: मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना में हर महीने साढ़े तीन हजार रुपए दिलाने का झांसा देकर महिलाओं से खाता, आधार कार्ड की जानकारी लेकर निकाले रुपए

शातिर जालसाज को दबोचा

शातिर जालसाज को दबोचा

जबलपुर. ग्वारीघाट पुलिस ने रविवार को सतना निवासी एक शातिर जालसाज को दबोचा। आरोपी स्वयं को निगम कर्मी बताकर महिलाओं को मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के तहत हर परिवार को साढ़े तीन हजार रुपए दिलाने का झांसा देकर खाता नम्बर, आधार कार्ड लेता था। फिर मोबाइल से जुड़े स्कैनर पर महिलाओं के अंगूठे के निशान लेकर उनके खाते में जमा पैसे निकाल लेता था। पुलिस पूछताछ में उसने बताया, चार दिनों में वह शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में ठगी कर चुका है।
कार से पहुंचा था जालसाज
पुलिस ने बताया, दुर्गा नगर भटौली निवासी दुर्गा बाई बर्मन ने शनिवार को शिकायत दर्ज कराई कि तीन अप्रैल को कार (एमपी 20 सीबी 8306) से एक व्यक्ति उसके गांव आया। वह गांव की ललिता बाई जाबरे की किराना दुकान में बैठा था। उसने अपना नाम ज्ञानीश सोनी बताया। उसने बताया, वह नगर निगम जोन क्रमांक 11 से आया है। ज्ञानीश ने कहा, मुख्यमंत्री ने गरीबों और बेरोजगारों के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना शुरू की है। इसके तहत हर गरीब को साढ़े तीन हजार रुपए महीने मिलेंगे।
24 अप्रैल तक खाते में पैसे पहुंचने का दिया था झांसा
ज्ञानीश ने आवेदन करने का झांसा देकर महिलाओं से बैंक पासबुक और आधार कार्ड लिया। मोबाइल में स्कैनर मशीन लगाकर सभी के दाहिने हाथ के अंगूठे का निशान लिया। 24 अप्रैल तक खाते में पैसे जमा होने की बात कही। पांच अप्रैल को दुर्गाबाई को पैसों की जरूरत पड़ी। उसने बैंक में एक हजार रुपए निकालने के लिए फॉर्म भरकर दिया, तो पता चला कि उसके खाते से तीन अप्रैल को ही चार हजार रुपए निकाले गए हैं। बैंक की ओर से बताया गया कि आधार नम्बर और अंगूठे का प्रयोग कर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया गया है।
सभी महिलाओं का खाता कर दिया खाली
दुर्गा बाई ने गांव जाकर अन्य महिलाओं को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। महिलाओं ने बैंक जाकर खाता चेक कराया तो पता चला कि उनके साथ भी ठगी हुई है। नर्बदियाबाई के खाते से 20 हजार, प्रीति बर्मन के खाते से 300, भगवती बाई के खाते से एक हजार और ललिता बाई के खाते से 6500 रुपए निकाले गए थे। बैंक से सभी महिलाएं नगर निगम जोन क्रमांक 11 पहुंचीं तो पता चला कि वहां ज्ञानीश सोनी नाम का कोई कर्मचारी नहीं है। पुलिस ने मामले में धारा 419, 420, 467, 468 और 66 डी आइटी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।
टीसी की नौकरी दिलाने के नाम पर भी कर चुका है ठगी-
पुलिस ने कार नम्बर के आधार पर दुर्गा नगर में दबिश देकर कार एमपी 20 सीबी 8306 को पकड़ा। पूछताछ में कार चालक ने अपना नाम सतना निवासी ज्ञानीश सोनी बताया। वह वह पांच दिन से रामपुर साईं मंदिर के पीछे किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस ने उसके पास से एक रजिस्टर बरामद किया है। उसमें कई लोगों के नाम-पते लिखे थे। कार से थम्ब मशीन, मोबाइल आदि जब्त किए गए। पुलिस ने बताया, सिविल लाइंस पुलिस 2015 में धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी ने टीसी बनकर नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी की थी।

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