डॉक्टर्स इलेवन को हराया
शहर के इतिहास में पहली बार एक रोमांचक क्रिकेट मैच खेला गया। एक ऐसा मैच खेला गया, जिसमें एक ओर शहर के ख्यातिलब्ध डॉक्टर शामिल रहे, तो वहीं प्रतिद्वंदी टीम में दृष्टि बाधित शामिल रहे। रोमांचक मुकाबला रानीताल स्टेडियम में खेला गया, जहां डॉक्टर्स इलेवन की टीम को दृष्टिबाधित एकादश ने हरा दिया। इस मैच में दृष्टिबाधित खिलाडिय़ों की सहभागिता होने की वजह से यह मैच विशेष बॉल से खेला गया, जिसमें आवाज होती है। आवाज सुनकर ही दृष्टिबाधितों ने मैच खेला।
खिल उठे चेहरे
क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इंडिया एवं कार्नियल अंधत्व मुक्त भारत अभियान (सक्षम) के संयुक्त तत्वावधान में प्रदर्शन मैच खेला गया। यह मैच डॉक्टर्स 11 और दृष्टिबाधित एकादश टीम के बीच खेला गया। डॉक्टर्स इलेवन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 125 रन बनाए। 126 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दृष्टि बाधित एकादश टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। दृष्टिबाधित एकादश की ओर से सर्वाधिक रन श्रीराम पाल ने बनाए, जबकि डॉक्टर्स इलेवन की ओर से डॉ. आयुष टंडन ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए। प्रतियोगिता की संयोजक डॉ. पवन स्थापक, निशक्तजन आयुक्त संदीप रजक, सक्षम महाकोशल प्रांत के अध्यक्ष डॉ. राजीव सक्सेना, सचिव पियूष जैन ने विजेता टीम को प्रोत्साहन के लिए कैश प्राइज दिया। प्राइज पाकर विजेताओं के चेहरे खिल उठे।
फिर दिखेगा यही नजारा
मैच के संयोजक डॉ. पवन स्थापक ने बताया कि 28, 29 और 30 दिसंबर को राष्ट्रीय दृष्टिबाधित क्रिकेट टूर्नामेंट में फिर से ऐसा ही नजारा देखने मिलेगा। आयोजन को सफल बनाने में पीयूष जैन, देवेंद्र सोनी, डॉ. धर्मेंद्र प्रताप, डॉ. एचपी तिवारी, अरविंद गुप्ता, संदीप अग्रवाल, अरविंद दुबे, सुनील जैन, निर्मल परिहार, संजय तिवारी, प्रेम भंडारकर, राजेश राजपूत समेत अन्य का सहयोग रहा।
राष्ट्रीय स्तर की टीम
दृष्टिबाधित एकादश मध्य प्रदेश की टीम है, जिसकी कप्तानी सोनू गोलकर के हाथों में रही। सोनू गोलकर ऐसे क्रिकेटर हैं, जो वल्र्ड कप, एशिया कप क्रिकेट मैच में प्रदर्शन कर चुके हैं और टीम को जीत हासिल करवाई है। ओम प्रकाश भी भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रह चुके हैं।