एलआईसी के पास न्यास कॉलोनी निवासी गौरव कौशिक रविवार की रात में करीब १०.१५ से १०.३० बजे के बीच नया यार्ड-बारह बंगला रोड पर घायल अवस्था में मिले। पास ही उनकी मोपेड गाड़ी भी मिली है। वह यार्ड से इटारसी की ओर रहे थे। उन्हें घायल अवस्था में पहले सरकारी अस्पताल इटारसी लाया गया यहां से उन्हें रेफर किया गया। फिर उन्हें होशंगाबाद के नर्मदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां से उन्हें भोपाल नर्मदा ट्रामा सेंटर में शिफ्ट किया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। घायल होने के बाद से वह बेसुध थे इसलिए अभी घटना कैसे हुई यह बात सामने नहीं आई है।
रोड पर नहीं है लाइट
घायल अवस्था में पड़े गौरव बाथम को यहां से निकल रहे लोगों ने उन्हें पहचान लिया। उन्हें तुरंत अपने ही वाहन से अस्पताल पहुंचाया। जिस रोड पर एक्सीडेंट हुआ है वहां लाइट नहीं रहती है ऐसे में आशंका है किसी ने हमला किया होगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इसी रोड पर एक
घायल अवस्था में पड़े गौरव बाथम को यहां से निकल रहे लोगों ने उन्हें पहचान लिया। उन्हें तुरंत अपने ही वाहन से अस्पताल पहुंचाया। जिस रोड पर एक्सीडेंट हुआ है वहां लाइट नहीं रहती है ऐसे में आशंका है किसी ने हमला किया होगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इसी रोड पर एक
रेलकर्मी बेसुध अवस्था में मिला था।
नसें ब्लॉक की गई ७२ घंटे खतरनाक
अस्पताल प्रबंधक मनोज सारन ने बताया कि रात में भर्ती करते ही उपचार शुरू हो गया था। गले की नस कटी हुई वस्कुलर सर्जन द्वारा ऑपरेशन किया जाएगा फिलहाल नशों को ब्लॉक किया गया। अभी बीपीएनआर है बीपी नार्मल होने के बाद ही सर्जरी की जाएगी हालांकि ७२ घंटे खतरनाक है।
नसें ब्लॉक की गई ७२ घंटे खतरनाक
अस्पताल प्रबंधक मनोज सारन ने बताया कि रात में भर्ती करते ही उपचार शुरू हो गया था। गले की नस कटी हुई वस्कुलर सर्जन द्वारा ऑपरेशन किया जाएगा फिलहाल नशों को ब्लॉक किया गया। अभी बीपीएनआर है बीपी नार्मल होने के बाद ही सर्जरी की जाएगी हालांकि ७२ घंटे खतरनाक है।
मेरा पुत्र किसी एक्सीडेंट से घायल नहीं हुआ है। उस पर किसी ने हमला किया है। टीआई से जांच करने की मांग करेंगे।
सुनंदा कौशिक, गौरव की मां
सुनंदा कौशिक, गौरव की मां