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इटारसी

अस्पताल ऐसी जहां हाथ पर उठाकर मरीजों को ले जाते हैं परिजन

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल प्रबंधन एक ओर 4 करोड़ की लागत से नया ओपीडी भवन बना रहा है वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन मरीजों को मूलभूत सुविधाएं ही मुहैया नहीं करवा पा रहा है।

इटारसीMar 28, 2019 / 03:28 pm

rajendra parihar

 Hospital where such people carry lifting patients on their hands

अस्पताल ऐसी जहां हाथ पर उठाकर मरीजों को ले जाते हैं परिजन

इटारसी. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल प्रबंधन एक ओर 4 करोड़ की लागत से नया ओपीडी भवन बना रहा है वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन मरीजों को मूलभूत सुविधाएं ही मुहैया नहीं करवा पा रहा है। हालात यह है कि अस्पताल में गंभीर मरीजों को स्टे्रचर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। बुधवार को भी पथरौटा में हुए सड़क हादसे में घायल युवक को अस्पताल में स्टे्रचर नहीं मिल पाया। परिजनों ने घायल युवक को हाथ पर उठाकर वार्ड में शिफ्ट किया। दरअसल नई ओपीडी निर्माण की वजह से अभी अस्पताल की अस्थायी ओपीडी राठी अस्पताल में संचालित हो रही है। इस वजह से स्ट्रेचर के अभाव में आयदिन मरीज और उनके परिजनों को इस तरह परेशान होना पड़ता है।
डॉक्टर ने भी दिखाई संवेदनहीनता
बुधवार सुबह पथरौटा के पास दो बाइक में आमने-सामने की टक्कर हो गए। हादसे में एक बाइक पर पांडूखेड़ी निवासी 18 वर्षीय देव सिंह, 16 वर्षीय श्याम सिंह और दूसरी बाइक पर पथरौटा निवासी 45 वर्षीय निरंजन कुमार वर्मा और 40 वर्षीय प्रदीप रावत घायल हो गए। घायल निरंजन वर्मा के मुंह व नाक में चोट आई थी। उन्हें डायल 100 की मदद से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल लाया गया। यहा ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर एसआर मेहतो ने उन्हें देखा लेकिन बेहतर उपचार नहीं किया। दरअसल डॉ. मेहतो की एक बजे तक ड्यूटी पर थे समय खत्म होने की वजह से डॉक्टर ने उन्हें देखने की जहमत नहीं उठाई। इसके बाद एमरजेंसी ड्यूटी कर रहे डॉ. विकास जैतपुरिया व डॉ. डीजे ब्रह्मचारी ने घायलों को उपचार दिया।
निर्माण कार्य से बढ़ी अव्यवस्थाएं
निर्माण कार्य पूरा होने से भले ही लोगों को सुविधा मिलेगी लेकिन अभी निर्माण कार्य से अव्यवस्थाएं बढ़ गईं हैं। सोनोग्राफी कक्ष और पैथेलॉजी, अस्पताल अधीक्षक कार्यालय के साथ ही पीएम कक्ष जाने के लिए परेशानी होती है। प्रबंधन ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है लेकिन वह नाकाफी है।
गंदगी के बीच पानी पीने की मजबूरी
तापमान बढऩे के साथ ही अस्पताल में मरीजों और परिजनों की परेशानी भी बढऩे लगी है। बढ़ते तापमान में पीने के पानी के लिए अस्पताल में कोई बेहतर व्यवस्था नहीं होने मरीज और उनके परिजन परेशान हो रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन द्वारा भवन के भीतर लगी वाटर कूलर मशीन भी गंदगी के बीच लगी है। वहीं भवन के बाहर बनी प्याऊ भी खस्ताहाल है। आलम यह है कि मरीज और उनके परिजन गंदगी के बीच पानी पीने को मजबूर है।
फैक्ट फाइल
अस्पताल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल
बिस्तर संख्या 200
ओपीडी 500(लगभग)
आईपीडी 150(लगभग)
इनका कहना है
इस मामले के बारे में जानकारी मिली है। अस्पताल प्रबंधन से इस बारे पूछा जाएगा। इस मामले में आगे नियम संगत कार्रवाई की जाएगी।
हरेन्द्र नारायण, एसडीएम

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