क्या है पोर्टेबल पेट्रोल पंप दरअसल देश में अभी तक पोर्टेबल पेट्रोल पंप का चलन नहीं है। लेकिन मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही पोर्टेबल पंप दिखाई देने लगेंगे। सामान्य पेट्रोल पंप के मुकाबले पोर्टेबल पेट्रोल पंप को खोलने के लिए मात्र 400 मीटर जगह की आवश्यकता होती है। इन पेट्रोल पंप को संचालन बिना किसी कर्मचारी के किया जा सकता है। इन पेट्रोल पंपों पर ग्राहक डिजिटल तरीके से भुगतान कर पेट्रोल या डीजल खरीद सकता है। एक पोर्टेबल पेट्रोल पंप खोलने के लिए करीब 90 लाख रुपए से लेकर 1.20 करोड़ रुपए का निवेश करना पड़ता है। इस पर 80 फीसदी तक लोन की सुविधा भी मिलेगी। इन पेट्रोल पंपों पर 9000 लीटर से लेकर 30000 लीटर तक ईंधन स्टोरेज की क्षमता होती है।
एलिंज करेगी पेट्रोल पंपों की स्थापना देश में एलिंज पोर्टेबल पेट्रोल पंप्स की स्थापना करेगी। इसके लिए कंपनी देश में 1600 करोड़ रुपए की लागत से चार पेट्रोल पंप निर्माण इकाइयां स्थापित करेगी। एलिंज के मैनेजिंग डायरेक्टर इंदरजीत प्रुति के अनुसार इन निर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए कंपनी ने चेक कंपनी पेट्रोकार्ड के साथ समझौता किया है। पेट्रोल पंप्स का आंवटन पाने वाले लोगों के लिए एलिंज पेट्रोल पंप लगाने का काम करेगी।
ऑयल कंपनियां जल्द मगाएंगी टेंडर खबरों के अनुसार, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय की ओर से मंजूरी मिलने के बाद ऑयल कंपनियां और राज्य पोर्टेबल पेट्रोल पंप खोलने के लिए सक्रिय हो गए हैं। जानकारी के अनुसार राज्य ऑयल कंपनियों के साथ मिलकर जल्द ही पेट्रोल पंप खोलने के लिए टेंडर मगाएंगे। टेंडर की नीलामी के बाद जिन लोगों को भी आवंटन होगा, वह पोर्टेबल पेट्रोल पंप लगा सकेंगे। एलिंज पोर्टेबल पंप लगाने में आवंटियों की मदद करेगी।
ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होंगे पोर्टेबल पेट्रोल पंप पोर्टेबल पेट्रोल पंपों को दूरदराज ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों के लिए वरदान माना जा रहा है। जानकारों का मानना है कि दूरदराज और पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को अपने वाहन के लिए ईधन लेने को काफी दूर तक जाना पड़ता है। लेकिन पोर्टेबल पेट्रोल पंप शुरू हो जाने के लोगों को नजदीक में ही पेट्रोल-डीजल मिल जाएगा। इससे उनके समय और धन की बचत होगी। साथ ही पोर्टेबल पंप्स को कारोबार करने वालों के लिए भी सुनहरा मौका माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि इससे लोगों को कारोबार का अतिरिक्त जरिया मिलेगा। साथ ही हजारों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा।